सन् 2020 तक भारत को एक विकसित समृद्ध और भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र बनाने के लिए पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने बच्चों से कहा कि वह भ्रष्टाचार (करप्शन) को खत्म करने अपने घर से शुरुआत करें और अपने अभिभावकों को इसके लिए प्रेरित करें।
डॉ. कलाम ने कहा कि बच्चे अगर अपने माता-पिता से कहेंगे कि भ्रष्टाचार को दूर करो तो देश से अपने आप ही भ्रष्टाचार समाप्त हो जाएगा और सन् 2020 में जो विकसित राष्ट्र बनेगा वह पूरी तरह से भ्रष्टाचार मुक्त होगा। उन्होंने बच्चों को शपथ भी दिलाई मैं भ्रष्टाचार दूर करूँगा और एक पारदर्शी राष्ट्र बनाऊँगा।
उन्होंने कहा कि वह देश के अनेक हिस्सों में गए, जहाँ बच्चों ने बस एक ही सवाल पूछा कि आखिर देश से भ्रष्टाचार कैसे खत्म होगा और मैंने सभी को एक ही जवाब दिया कि इसके लिए पहल बच्चों को खुद करनी पड़ेगी और इसके बाद देश से अपने आप ही भ्रष्टाचार का खात्मा हो जाएगा।
पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम कानपुर के सर पद्मपत सिंधानिया एजुकेशन सेंटर के सिलवर जुबली कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। उन्होंने अपने आधे घंटे के भाषण में बच्चों से बातचीत की और उनसे अपनी बातें दोहराने को कहा और उनसे 2020 तक देश को समृद्ध और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए एकजुट होने को कहा।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि आज देश का युवा सही रासते पर है, बस उन्हें राष्ट्र के निर्माण के लिए काम करना चाहिए और दूसरों की कामयाबी पर खुश होना चाहिए। वैसे यह एक कठिन काम है लेकिन अगर देश की युवा पीढ़ी ने एक बार ठान लिया तो फिर उनके लिए कोई भी काम मुश्किल नहीं है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में वह जिस विकसित राष्ट्र के मिशन में लगे है उस भारत में सबको पीने के लिए शुद्ध पानी, अच्छी शिक्षा और बेहतर चिकित्सा सुविधाएँ तो मिलेंगी ही साथ ही महिलाओं और बच्चों के साथ अपराध नहीं होंगे, भ्रष्टाचार का खात्मा होगा और गरीबी दूर होगी लेकिन ऐसा राष्ट्र पाने के लिए हमारी युवा पीढ़ी और बच्चों को अभी से बहुत मेहनत करनी होगी।
कलाम ने बच्चों से कहा कि वह ज्ञान के लिए हमेशा अच्छी किताबों और अध्यापकों की खोज में रहे क्योंकि बिना ज्ञान के कुछ भी हासिल नहीं होता है।
सर पद्मपत सिंहानिया एजुकेशन सेंटर में डॉ. कलाम ने बच्चों की विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया इस अवसर पर उनके साथ स्कूल के चेयरमैन गोविंद हरि सिंहानिया भी मौजूद थे। इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।