दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने बिजली की दरों में कमी क्या की देशभर में हड़कंप मच गया। कई अन्य राज्यों में भी दिल्ली की तरह बिजली के दाम कम करने की मांग उठ रही है। मुंबई में तो कांग्रेस सांसद संजय निरुपम ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उत्तर मुंबई से लोकसभा सांसद निरुपम ने महाराष्ट्र के सीएम पृथ्वीराज चौहान को पत्र लिखकर मांग की है कि अगर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली में बिजली की कीमतों में कमी कर सकते हैं तो मुंबई में बिजली की कीमत क्यों नहीं घटाई जा सकती।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि राज्य में बिजली सस्ती हो सकती है। सरकार इस पर विचार कर रही है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि इस फैसले का दिल्ली से कोई संबंध नहीं है।
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संजय निरुपम ने मांग की है कि जो मुंबईकर हर महीने 500 यूनिट से कम बिजली की खपत करते हैं तो उन्हें इस मामले में फौरी तौर पर राहत दी जाए और बिजली की कीमतें आधी की जाएं।
अभी मुंबई में 500 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर 9 12 पैसे प्रति यूनिट चुकाना पड़ता है। अभी मुंबई में 500 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर 9 रुपए 12 पैसे प्रति यूनिट चुकाना पड़ता है जबकि 500 यूनिट से ज्यादा होने पर मुंबईकरों को 10.17 पैसे प्रति यूनिट की दर से भुगतान करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि अनशन पर जाना सिर्फ अन्ना हजारे का हक नहीं है। हम भी ऐसा कर सकते हैं। लिहाजा, मैंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दरों में तत्काल कमी करने को कहा है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो हमारे पास विरोध प्रदर्शन के सिवाय और कोई विकल्प नहीं रह जाएगा। इससे हमारी अपनी सरकार को शर्मिंदगी झेलनी पड़ सकती है।
निरूपम ने कहा कि बिजली की दरों में कमी के फैसले से जनता की नजरों में कांग्रेस की प्रतिष्ठा बढ़ेगी और समूचे मध्यम वर्ग और झुग्गी-बस्तियों में रहने वाली आबादी के साथ न्याय होगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या आपकी मांग को दोहरा रवैया नहीं माना जाएगा क्योंकि कांग्रेस अक्सर आप के फैसले को लोकप्रियतावादी करार देती है, इस पर निरूपम ने कहा, 'यदि कोई अच्छा फैसला देर से भी लिया जाए जो उसका हमेशा स्वागत होता है।'
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संजय निरुपम ने सीएम को पत्र के जरिए सीधे-सीधे कहा कि अगर मुंबई में जल्द से जल्द बिजली के दाम में कटौती नहीं होती है तो मुंबई में इसको लेकर आंदोलन शुरू किया जाएगा।
निरूपम का वार खाली नहीं गया और शाम होते होते सीएम का बयान आ गया। जिससे महंगाई से परेशान लोगों को राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई।