कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं में आगामी चुनावों के लिए नया जोश भरने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गाँधी कल यहाँ अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के अधिवेशन में जहाँ कार्य योजना पेश करेंगी, वहीं युवा नेता राहुल गाँधी इसमें सबकी नजरों के केन्द्र होंगे।
गाँधी को हाल ही में पार्टी महासचिव बनाया गया है और उसके बाद एआईसीसी का यह पहला अधिवेशन है। पिछले वर्ष जनवरी में हुए एआईसीसीस के महाधिवेशन में उन्हें पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देने की पुरजोर माँग की गई थी। महासचिव का पद ग्रहण करने के बाद से गाँधी पार्टी के मामलों में और भी सक्रिय हो गए है और विभिन्न बैठकों में गहरी रुचि लेते हुए प्रखरता से अपनी बात रख रहे हैं।
अधिवेशन में श्रीमती गाँधी तथा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा अपने संबोधन में पार्टी कार्यकर्ताओं को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को आम आदमी तक पहुँचाने के लिए प्रोत्साहित किए जाने की उम्मीद है। वे संभवत गठबंधन सरकार में रहते हुए पार्टी की मजबूरियों का भी उल्लेख करेंगे। समझा जाता है कि कांग्रेस अध्यक्ष अपने समापन भाषण में कार्यकर्ताओं के लिए कार्ययोजना पेश करेंगी।
इस अधिवेशन में पार्टी संविधान में परिवर्तन कर प्राथमिक तथा सक्रिय दो तरह की सदस्यता खत्मकर दी जाएगी और 1950 से पहले की तरह सदस्यता के लिए सिर्फ सदस्य शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा। देश की राजनीतिक तथा आर्थिक स्थिति और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर इस बार एक ही प्रस्ताव पारित किया जाएगा।