कर्नाटक में असंतुष्ट गतिविधियों के कारण हाल में उपजे संकट को भाजपा के लिए शर्म की बात स्वीकार करते हुए पार्टी ने बुधवार को एक तरह से इसके लिए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्हें बेहतर संवाद रखना चाहिए था।
भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने नवगठित समन्वय समिति और विधायक दल की बैठक के बाद कहा कि यह संकट न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि इसने हम सबको शर्मसार किया। बैठक में पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता अरुण जेटली, एम. वेंकैया नायडू और अनंत कुमार के साथ भाग लेने वाली जेटली ने कहा कि लेकिन इसका (संकट का) पूरी तरह समाधान हो गया है। यह बुरे स्वप्न की तरह बीत चुका है।
संकट दूर करने की प्रक्रिया में शामिल सुषमा ने कहा कि सब बीत जाने के बाद यह महसूस किया जा रहा है कि संकट के बाद पार्टी और मजबूत होकर उभरी है।
उन्होंने कहा कि हमने कई सबक सीखे। मुख्य सबक है 'अधिकतर समस्याओं' में समस्याओं की जड़ संवाद का अभाव होता है। मुख्यमंत्री को ज्यादा से ज्यादा संवाद कायम करना चाहिए। सुषमा ने कहा कि पार्टी, संगठन और मुख्यमंत्री के साथ अधिक से अधिक संवाद कायम किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस तरह की चीजों की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस बारे में आश्वासन दिया है तथा अन्य सभी नेताओं ने भी समर्थन देने का आश्वासन दिया है।