संघ और सिमी एक जैसे-राहुल गाँधी
भोपाल , बुधवार, 6 अक्टूबर 2010 (18:14 IST)
कांग्रेस महासचिव राहुल गाँधी ने कहा कि उनकी नजर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और प्रतिबंधित स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) में वैचारिक कट्टरता के मामले में कोई अंतर नहीं है।राहुल से बातचीत के दौरान जब इस बारे में मंगलवार को मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में दिए गए बयान को स्पष्ट करने को कहा गया, तो उन्होंने कहा कि दोनों ही कट्टरवादी संगठन हैं और वैचारिक कट्टरता की दृष्टि से इनमें कोई अंतर नहीं है। अयोध्या मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले पर उनका नजरिया पूछने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में कांग्रेस पार्टी अपना पक्ष स्पष्ट कर चुकी है और वे इससे सहमत हैं। यह फैसला अयोध्या में मस्जिद तोड़ने की कार्रवाई को माफ नहीं करता है। इस दिशा में न्यायिक कार्यवाही आगे बढ़नी चाहिए। शिक्षा क्षेत्र में बड़ी क्रांति की जरूरत : गाँधी ने आज कहा कि वह देश में दूरसंचार क्रांति की तरह ही शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव के जरिए एक बड़ी क्रांति लाना चाहते हैं। राहुल ने कहा कि देश में चालीस वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों की संख्या लगभग 70 प्रतिशत है। इस वर्ग से जब भी बात की जाती है तो वह सिर्फ शिक्षा और रोजगार को लेकर चर्चा करना चाहता है। उन्होंने कहा कि इसलिए वह शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन चाहते हैं ताकि युवा शक्ति की क्षमताओं का पूरा उपयोग किया जा सके।उन्होंने कहा कि लगभग डेढ़ दशक पहले दूरसंचार के क्षेत्र में बदलाव के प्रयास शुरू हुए और अब इसमें आयी क्रांति से सभी वाकिफ हैं। इसी तरह का बदलाव वह शिक्षा के क्षेत्र में चाहते हैं। इसी के साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी कुछ किया जाना शेष है। (एजेंसियाँ)