Maha ashtami ke upay: नवरात्रि का आठवां दिन, महाअष्टमी, मां दुर्गा की पूजा-आराधना के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भक्त मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की विशेष पूजा करते हैं, जो भक्तों को सुख-समृद्धि, सफलता और सौभाग्य प्रदान करती हैं। ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किए गए कुछ विशेष उपाय व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। आइए जानते हैं महाअष्टमी के कुछ ऐसे ही खास उपायों के बारे में, जो आपके जीवन को धन, सुख और तरक्की से भर सकते हैं।
करियर और व्यापार में तरक्की के लिए: अगर आप अपने करियर में सफलता या व्यापार में वृद्धि चाहते हैं, तो महाअष्टमी का दिन आपके लिए बेहद शुभ है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है:
1. कपूर और लौंग का उपाय: महाअष्टमी के दिन माता रानी को कपूर और लौंग अर्पित करें। पूजा के बाद इस कपूर को जलाकर घर में घुमाएं। यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर आपके करियर और व्यापार में उन्नति के नए रास्ते खोलता है।
2. पान के पत्ते पर स्वास्तिक: एक पान का पत्ता लें और उस पर केसर, इत्र और घी मिलाकर स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। इस पत्ते पर कलावा लपेटकर एक सुपारी रखें और इसे मां दुर्गा को अर्पित करें। यह उपाय आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करता है और कार्यक्षेत्र में सफलता दिलाता है।
धन लाभ और आर्थिक तंगी दूर करने के लिए: अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं या धन लाभ चाहते हैं, तो महाअष्टमी पर ये उपाय जरूर आजमाएं:
1. चावल का दीपक: महाअष्टमी की रात को पूजा के बाद चावल का एक दीपक अपनी तिजोरी में रखें। यह उपाय धन को आकर्षित करता है और आपकी तिजोरी को हमेशा भरा रखता है।
2. तुलसी में दूध का अर्घ्य: घर की सुख-समृद्धि के लिए और आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए महाअष्टमी के दिन तुलसी के पौधे को दूध का अर्घ्य दें। यह उपाय घर में धन और सकारात्मकता लाता है।
कन्या पूजन का महत्व: महाअष्टमी पर कन्या पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन नौ कन्याओं को घर पर बुलाकर उन्हें भोजन कराना और उनका आशीर्वाद लेना अत्यंत शुभ माना जाता है। कन्याओं को भोजन कराने के बाद उन्हें दक्षिणा और लाल रंग का कोई उपहार, जैसे लाल चुनरी, चूड़ियाँ या बिंदी भेंट करें। मान्यता है कि कन्याओं के रूप में मां दुर्गा स्वयं आपके घर आती हैं और आशीर्वाद देती हैं।
इसके अलावा, महाअष्टमी पर संधि पूजा का भी विशेष महत्व होता है। यह पूजा अष्टमी तिथि के समाप्त होने और नवमी तिथि के प्रारंभ होने के बीच की जाती है। इस दौरान किए गए मंत्र जाप और अनुष्ठान अत्यंत फलदायी होते हैं। महाअष्टमी का दिन मां दुर्गा को प्रसन्न कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने का सबसे उत्तम अवसर है। इन उपायों को सच्चे मन और श्रद्धा से करने पर व्यक्ति को निश्चित रूप से अपने जीवन में सुख, समृद्धि, धन और करियर में तरक्की मिलती है।
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