प्रतिपदा के दिन 10 महाविद्याओं में बगलामुखी माता की उपासना करनी चाहिए।
द्वितीय दिन 10 महाविद्याओं में छिन्नमस्ता माता की उपासना करनी चाहिए।
तृतीय दिन 10 महाविद्याओं में तारा महाविद्या की उपासना करनी चाहिए।
चतुर्थी के दिन 10 महाविद्याओं में काली महाविद्या की उपासना करनी चाहिए।
पंचमी के दिन 10 महाविद्याओं में षोडशी की उपासना करना चाहिए।
षष्ठी के दिन10 महाविद्याओं में धूमावती की उपासना करनी चाहिए।
सप्तमी के दिन 10 महाविद्याओं में कमला महाविद्या की उपासना करनी चाहिए।
अष्टमी के दिन 10 महाविद्याओं में मातंगी महाविद्या की उपासना करनी चाहिए।
नवमी के दिन 10 महाविद्याओं में भुवनेश्वरी की उपासना करनी चाहिए।