हर कोई चाहता है कि नवरात्रि में देवी की पूजा पूरी श्रद्धा-भक्ति से हो ताकि परिवार में सुख-शांति बनी रहे। लेकिन समयाभाव के कारण पूजा उतनी विधि विधान से नहीं हो पाती जितनी कि अपेक्षित है। प्रस्तुत है 4 ऐसे दिव्य मंत्र जिनमें से किसी एक का भी जप 9 दिनों में कर लिया जाए तो व्रत का शुभ फल मिलता है।
* दुर्गा मंत्र
ॐ ह्रीं दुं दुर्गाय नमः।
- मंत्र का फल - सभी प्रकार की सिद्धियों के लिए इस मंत्र का प्रयोग किया जाता है। शक्तिमान, भूमिवान बनने के लिए इस मंत्र का प्रयोग कर लाभ पा सकते हैं।
* सरस्वती गायत्री मंत्र
ॐ ऐं वाग्देव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि, तन्नो देवी प्रचोदयात्।
मंत्र का फल - उपरोक्त मंत्र के जाप से विद्या की प्राप्ति में सफलता मिलती है।
* लक्ष्मी गायत्री मंत्र
ॐ महादेव्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि, तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात्।
मंत्र का फल - उपरोक्त मंत्र जाप करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
* मां बगुलामुखी मंत्र
ॐ ह्रीं बगुलामुखी सर्व दुष्टानांम् वाचम् मुखम् पद्म स्तंभय जिह्वाम् किल्य किल्य ह्रीं ॐ स्वाहा।
मंत्र का फल -- यह मंत्र तांत्रिक सिद्धि प्राप्त करने के लिए किया जाता है।