नवरात्रि पर पढ़ें मनोकामना सिद्धि के अचूक मंत्र
इस बार नवरात्रि का एक दिन बढ़ गया है। घट स्थापना, शनिवार के दिन देवी मां घोड़े पर आ रही है, इससे युद्ध होने की संभावना रहती है। इस बार विशेष रूप से नवरात्रि 10 दिन मनाई जाएगी, नवरात्रि का बढ़ना शुभ होता है। आइए जानें विशेष मंत्र ....
(1) मानसिक शांति, मोक्ष, चतुर्विद पुरुषार्थ के लिए इस विशेष मंत्र की 21 माला रुद्राक्ष से करें। पंचोपचार पूजन देवी का चित्र या विग्रह लाल वस्त्र पर स्थापित कर जप करें। पश्चात क्षमा-प्रार्थना करें। अंत में यथाशक्ति हवन करें।
'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे'
(2) दु:ख दारिद्रय विनाश के लिए निम्नलिखित मंत्र अनुभूत है।
ॐ ऐं श्रीं नम: दुर्गे स्मृता हरिस भीतिमशेष जन्तो: स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभा: ददासि।
दारिद्रय दु:ख भव हारिणी का त्वदन्या,
सर्पोपकारणाय सदार्द्रचित्ता नमो ऐं ह्रीं श्रीं ॐ।।
हवन सामग्री, बिल्व पत्र, पंच मेवा, कनेर पुष्प आदि बाकी पूर्ववत।
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:।'
(4) सर्व सुख-शांति के लिए अनुभूत प्रयोग है।
'सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके,
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोस्तुते।।'
हमेशा जपा जाने वाला मंत्र सुख-शांति देता है तथा देवी कृपा मिलती है।
(5) सभी प्रकार की बाधाएं दूर करने तथा समृद्धि प्राप्त करने हेतु निम्न मंत्र प्रशस्त है।
'सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धनधान्य सुतान्वित:
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशय:।।'
(6) अचानक कोई भी विपत्ति आए तो निम्न मंत्र की 11 माला , आहुति, हवन सामग्री, गुग्गल, सरसों पीली, कालीमिर्च की दें, मुसीबत टल जाएगी।
'इत्थं यदा-यदा बाधा दानवोत्था भविष्यति तदा तदाव तीर्याऽहं करिष्याम्यरि संशयम्।।'
(7) 'विद्या बुद्धि प्राप्ति के लिए :
'ॐ ऐं नम:'
(8) 'सर्व समृद्धि प्राप्ति के लिए :
'ॐ ह्रीं नम:'
(9) रुके कार्यों को गति प्रदान करने के लिए नवरात्रि में सवा लाख जपें तथा घी की आहुति दें।