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लापता विमान के ब्लैक बॉक्स की बैटरी नष्ट होने की आशंका

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पर्थ , रविवार, 13 अप्रैल 2014 (22:48 IST)
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पर्थ। हिन्द महासागर में दुर्घटनाग्रस्त मलेशियाई विमान के ब्लैक बॉक्स की बैटरी के नष्ट होने की आशंका है। अधिकारियों ने हिंद महासागर में मलबे की तलाशी के लिए अंडरवाटर ड्रोन तैनात करने की योजना बनाई है।

खोज में जुटे जांचकर्ता आज विमान के ब्लैक बॉक्स के बारे में कोई भी ठोस सबूत ढूंढ़ने में विफल रहे क्योंकि पिछले 48 घंटे से कोई भी नया संकेत नहीं मिला है।

‘ज्वाइंट एजेंसी को-ऑर्डिनेशन सेंटर’ (जेएसीसी) ने एक बयान में कहा, ‘आज 11 सैन्य विमान, एक असैन्य विमान और 14 जहाज तलाश के काम में मदद करेंगे।’ इसने कहा कि तलाश का केंद्र पर्थ के करीब 2,200 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में केंद्रित है।

इसने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई समुद्री सुरक्षा प्राधिकरण ने कल के 41,393 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के मुकाबले कुल 57,506 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विजुअल सर्च की योजना बनाई है।

पिछले 48 घंटे से कोई नया संकेत नहीं मिला है। लापता विमान की तलाश को आज 37 दिन हो गए। चार अन्य संकेतों में से अंतिम मंगलवार की रात पकड़ा गया था।

चीन ने समुद्र के गहरे क्षेत्र में स्वदेशी पनडुब्बियां तैनात करने की योजना बनाई है ताकि मलबे की शिनाख्त की जा सके। उसकी पनडुब्बी समुद्र के नीचे काफी गहराई में संचालित होने में सक्षम हैं।

ब्लैक बॉक्स का मिलना महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके बाद ही पता चल पाएगा कि कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहे विमान के साथ बीते आठ मार्च को क्या हुआ था। विमान में पांच भारतीय नागरिकों सहित 239 लोग सवार थे। हादसे के बाद ब्लैक बॉक्स की बैटरी 30 दिनों तक काम करती है, लेकिन अभी कुछ दिनों तक वह हल्का संकेत मुहैया करा सकती है।

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने कल कहा कि संभवत: ब्लैक बॉक्स से आ रहे संकेत ‘तेजी से मंद’ पड़ रहे हैं ,लेकिन तलाश अभियान के लगातार ‘लंबे समय तक’ चलने की संभावना है।

उधर, मलेशिया ने आज कहा कि वह उन खबरों की पुष्टि नहीं कर सकता, जिनमें कहा गया है कि सह पायलट फारिक अब्दुल हामिद ने विमान के रडार से अलग होने से ठीक पहले अपने मोबाइल से जानबूझकर फोन करने का प्रयास किया था।

मलेशिया के कार्यवाहक परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने कहा, ‘जब तक हम इसको सत्यापित नहीं कर लेते तब तक हम इस तरह की खबरों पर टिप्पणी नहीं कर सकते।’ (भाषा)

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