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लापता विमान दुर्घटनाग्रस्त, रोते रहे पीड़ितों के परिजन

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बीजिंग , मंगलवार, 25 मार्च 2014 (01:07 IST)
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बीजिंग। मलेशिया एयरलाइंस के लापता विमान के दक्षिणी हिन्द महासागर में दुर्घटनाग्रस्त होकर गिरने और किसी भी यात्री के जीवित न बचने की घोषणा होने से 154 चीनी यात्रियों के परिजन टूट गए और यहां के एक होटल में बुरी तरह रोते दिखाई दिए

मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक द्वारा एमएच 370 के दुर्घटनाग्रस्त होने की घोषणा करने के बाद हवाईअड्डे के पास स्थित होटल में भावुक माहौल दिखा। इस होटल में पिछले तीन हफ्तों से लापता यात्रियों के करीब 200 परिजन ठहरे हुए थे।

नजीब ने कहा कि ब्रिटिश उपग्रह कंपनी की ओर से मुहैया कराई गई सूचना के आधार पर हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि विमान दक्षिणी कोरिडोर की ओर उड़ा था और उसका आखिरी स्थान दक्षिणी हिंद महासागर के मध्य में था। उन्होंने कहा कि यह सुदूरवर्ती स्थान है और जमीन पर विमान के उतरने के संभावित स्थल से दूर है।

उन्होंने कहा कि मलेशिया एयरलाइंस के अधिकारियों ने यात्रियों के परिजनों से बात की है और उन्हें नई बातों से अवगत कराया है। मलेशियाई प्रधानमंत्री द्वारा बयान जारी करने से पहले कई परिजनों को लिखित संदेश से इस बारे मे जानकारी दी गई।

मलेशिया एयरलाइंस के विमान बोइंग 777-200 ने बीते आठ मार्च को उड़ान भरी थी और इसके कुछ देर बाद यह लापता हो गया था। इसमें पांच भारतीय नागरिकों सहित 239 लोग सवार थे।

इससे पूर्व ऑस्ट्रेलियाई नौसेना का एक पोत दक्षिणी हिंद महासागर के सुदूर हिस्से में देखी गई उन वस्तुओं के निकट पहुंच गया था, जिनके बारे में कहा गया कि वो लापता मलेशियाई जेटलाइनर का मलबा हो सकता है।

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने बताया था कि बहुराष्ट्रीय खोज अभियान के 17वें दिन पर्थ के दक्षिण पश्चिम में करीब 2500 किलोमीटर की दूरी पर ऑस्ट्रेलियाई पी3 ओरियन विमान को ये वस्तुएं नजर आईं। एबॉट ने संसद में कहा कि पहली वस्तु भूरी या हरी तथा वृताकार थी जबकि दूसरी वस्तु नारंगी तथा आयताकार थी। ऑस्ट्रेलियाई पी-3 ओरियन विमान ने इन वस्तुओं का पता लगाया।

परिवार की निजता का सम्मान करें : मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक की ओर से मलेशिया एयरलाइंस के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घोषणा किए जाने के कुछ ही घंटों बाद पीड़ित के सहकर्मी ने चेन्नई में अनुरोध किया कि सभी उनके परिवार की निजता का सम्मान करें।

पीड़िता चंद्रिका शर्मा (51) खाद्य एवं कृषि संस्थान (एफएओ) की ओर से आयोजित सम्मेलन में भाग लेने के लिए इस विमान से सात मार्च को मंगोलिया जा रही थीं। इस विमान के लापता होने की सूचना 8 मार्च को मिली।

सम्मेलन में उन्हें एक अंतराष्ट्रीय एनजीओ ‘कलेक्टिव इन सपोर्ट ऑफ फिशवर्क्‍स’ का प्रतिनिधित्व करना था। वह संस्था में कार्यकारी सचिव के पद पर थीं।

चंद्रिका के सहकर्मी एन. वेणुगोपालन ने कहा, ‘चंद्रिका शर्मा के पति (नरेन्द्रन) और उनकी बेटी अभी दिल्ली में हैं। उन्हें मलेशिया सरकार की घोषणा के बारे में पता है।’ उन्होंने कहा कि पीड़ित के परिजन फिलहाल मीडिया से बात नहीं करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘यदि उन्हें बात करने की इच्छा हुई तो.. मैं आपको बता दूंगा।’ उन्होंने अनुरोध किया, ‘कृपया इस वक्त उन्हें थोड़ी निजता प्रदान करें, उन्हें इसकी जरूरत है।’ (भाषा)

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