'आप' ने वाराणसी के लिए जारी किया घोषणा पत्र
वाराणसी , शुक्रवार, 2 मई 2014 (00:00 IST)
वाराणसी। भाजपा के गढ़ पर जीत हासिल करने के मकसद से आम आदमी पार्टी (आप) ने ‘रिवर-वीवर-सीवर’ यानी नदी, बुनकर और नाली का मुद्दा उठाया है और नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपनी चुनावी लड़ाई में वाराणसी को सर्वधर्म आध्यात्मिक शहर बनाने का वादा किया।पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में आज वाराणसी के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया। वाराणसी में नदी, बुनकर और नाली के मुद्दे काफी अहम हैं। ‘आप’ ने वाराणसी को सभी धर्मों के लिए आध्यात्मिक शहर के तौर पर विकसित करने का वादा किया है और उसे विश्व धरोहर शहरों की श्रेणी में लाने का इरादा जाहिर किया है।अपने घोषणा-पत्र में ‘आप’ ने कहा कि गंगा यहां के लोगों के लिए एक भावनात्मक मुद्दा है़ पर नदी में कचरे फेंका जा रहा है। पार्टी चाय की दुकानों और रेस्तरांओं में प्लास्टिक की जगह कुल्हड़ों के इस्तेमाल को बढ़ावा देगी। पार्टी ने कहा, पार्टी इस मामले को संसद में भी उठाएगी। घोषणा-पत्र में शहर के नालों सहित हर तरह की आधारभूत संरचना में सुधार का वादा किया गया है।पार्टी ने कहा, नालों के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, पर सुधार कुछ नहीं हुआ। पार्टी सुनिश्चित करेगी कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरू किया जा सके। शहर की आधारभूत संरचना को बेहतर बनाने के लिए ‘आप’ ने बिजली और सड़कों की स्थिति में भी सुधार का वादा किया है। पार्टी ने तंग गलियों और सड़कों के लिए प्रख्यात वाराणसी में मोनोरेल और रिंग रोड का भी वादा किया।बुनकरों का मुद्दा उठाते हुए ‘आप’ ने कहा कि वह उनकी समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाएगी। बुनकरों में ज्यादातर लोग मुस्लिम समुदाय के हैं। वाराणसी में बुनकरों की तादाद करीब 1.5 लाख है। पार्टी ने मछुआरों, नाविकों और लकड़ी के खिलौने बनाने वालों के मुद्दे उठाने का भी वादा किया है। (भाषा)