सामग्री
1/2 किलो नरम लैंब, 1/2 किलो बासमती चावल, 50 ग्राम प्याज, 4 ग्राम दालचीनी, 4 ग्राम इलायची, 4 ग्राम लौंग, 1 तेजपत्ता, 2 ग्राम शाही जीरा, 10 ग्राम लंबाई में कटी हरी मिर्च, 10 ग्राम कुचला अदरक, 10 ग्राम कुचली हुई लहसुन, 5 ग्राम लाल मिर्च , 10 ग्राम कटा पोदीना, 10 ग्राम कटा धनिया, 400 ग्राम खट्टा दही, 1/2 ग्राम केसर, 50 ग्राम दूध, 50 ग्राम घी, 250 ग्राम गुँथा हुआ आटा, नमक स्वादानुसार।
विधि :
मटन को धोकर पानी निकाल दें। दही को फेंटें तथा धनिया, पोदीना और हरी मिर्च डालकर एक ओर रख दें। पोदीने और धनिए की डंडियों और पत्तों को अलग-अलग रखें। केसर को दूध में घोलें और हल्का सा गर्म करके अलग रख दें। दही में डालकर मटन को मेरीनेट करें। भारी तले की देगची में आधा घी, आधे गर्म मसाले, मिर्च, नमक और प्याज डालकर 30 मिनट के लिए अलग रख दें।
चावल साफ करके बीस मिनट भिगोएँ। देगची में पाँच लीटर पानी उबालें और इसमें नमक, आधे गर्म मसाले, धनिया और पोदीने की डंडियों को पतले कपड़े में बाँधकर ढँक दें। पानी उबलने लगे तब चावल डालें। जब चावल पक जाएँ तो इन्हें छान लें।
केसर मिश्रित दूध का आधा हिस्सा मटन पर छिड़कें। उबले चावलों को मटन के ऊपर फैलाएँ। बचा हुआ केसर का दूध चावलों पर डालें। बचे हुए घी को गर्म करके चावलों पर डालें।
देगची के ढक्कन को बंद करके गुँथे हुए आटे से सील कर दें। देगची को कोयले की सिगड़ी पर रखें। जब ढक्कन के किनारों से भाप निकलने लगे, तो सिगड़ी से कोयले निकालकर ढक्कन के ऊपर रखें। पैंतालीस मिनट छोड़ दें। ढक्कन हटाएँ और रायते के साथ परोसें।