महेश भट्ट निर्देशन भले ही छोड़ चुके हो, लेकिन उनकी रचनात्मक कार्य करने की भूख खत्म नहीं हुई है। निर्देशन को अपनी जिंदगी का वे ऐसा पन्ना मानते हैं, जिसे वे पलट चुके हैं और फिल्म निर्देशन करने की कोई इच्छा उनमें नहीं है। उन्होंने युवाओं के लिए जगह खाली कर दी है और उनका मार्गदर्शन करना उन्हें अच्छा लगता है।
फिलहाल बात की जा रही है उनके द्वारा लिखी किताब की। इस किताब का नाम है ‘ए टेस्ट ऑफ लाइफ’। महेश का कहना है कि यह किताब मई के अंतिम दिनों में जारी होगी।
महेश के मुताबिक इस किताब को लिखना उनकी जिंदगी का सबसे उम्दा काम है। इस किताब में उन्होंने अपने विचार रखे हैं, जिसे पढ़कर कई लोग चौंक सकते हैं। इसमें उन्होंने उन क्षणों के बारे में भी लिखा है जो उन्होंने यू.जी. कृष्णमूर्ति के साथ बिताए हैं।
महेश की इस किताब का बेसब्री से इंतजार हो रहा है क्योंकि उनका हर काम निराला और सनसनी से भरा होता है।