एक माँ की काली करतूत
महीनों तक रखा भूखा-प्यासा
ब्रिटेन के बर्मिंघम में एक माँ एंजेला गोर्डन ने अपनी सात साल की मासूम बेटी कायरा इशाक को जान बूझकर महीनों तक भूखा-प्यासा रखा। आखिर उसने एक दिन दम तोड़ दिया। इतना ही नहीं इस माँ ने कई महीनों तक अन्य पाँच बच्चों को रोटी का एक निवाला तक नहीं दिया, जिससे इनकी हालत गंभीर बनी हुई है। ब्रिटेन के इतिहास की सबसे दर्दनाक दास्तानों में शुमार इस मुकदमे की सुनवाई शुक्रवार को शुरू हुई।
अभियोजन पक्ष के वकील टिमोथी रागेट ने अदालत और ज्यूरी को बताया कि श्रीमती गोर्डन (34) ने अपने मित्र जुनैद अबूहमजा (30) की मदद से कायरा को सप्ताहों या महीनों तक भूखा रखा। जिस वजह से वह चल बसी। इन दोनों पर पाँच और बच्चों को भी भूखा रखने का आरोप है। डॉक्टरों के अनुसार ब्रिटेन में भूख से मौत के मामले बिरले ही देखने को मिलते हैं।
श्रीमती गोर्डन ने ऐसी हर मुमकिन कोशिश की कि इशाक और अन्य पाँच बच्चों को खाना नहीं मिले। माँ होने की गरिमा को स्याह करने वाली इस काली करतूत को तब तक अंजाम दिया गया जब तक कायरा ने दम नहीं तोड़ दिया।