न्यूयॉर्क। शारीरिक रूप से अशक्त लोगों के अधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाने और उनकी जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिए एक भारतीय डॉक्टर एवं विकलांगता अधिकार कार्यकर्ता को मंगलवार को अमेरिका में प्रतिष्ठित हेनरी विस्कार्डी अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया।
40 साल के डॉ. सत्येन्द्र सिंह नई दिल्ली स्थित यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज में फिजियोलॉजी (शरीर विज्ञान) के एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वे यह सम्मान हासिल करने वाले पहले भारतीय हैं। यह अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार पहली बार मार्च 2013 में दिया गया था।
विस्कार्डी सेंटर ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी विकलांगता अधिकार नेता और विस्कार्डी सेंटर एवं न्यूयॉर्क के हेनरी विस्कार्डी सेंटर के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी जॉन डी केंप ने पुरस्कार दिए।
2014 के भारतीय लोकसभा चुनाव को शारीरिक रूप से अशक्त लोगों के लिए सुगम्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सिंह ने कहा कि मैं यह पुरस्कार दुनियाभर में भेदभाव से लड़ रहे शारीरिक रूप से अशक्त हर व्यक्ति के दृढ़ संकल्प को समर्पित करता हूं। मुझे यहां अमेरिका में यह पुरस्कार हासिल करते समय अपने सीने पर भारतीय झंडे का बैज लगाते हुए बेहद गर्व महसूस हुआ। (भाषा)