आज पूरी दुनिया में हिन्दू धर्म मानने वाले 90 करोड़ से ज्यादा लोग हैं जिनका 80 प्रतिशत हिस्सा भारत में रहता है। आँकड़ों के अनुसार नेपाल और भारत में हिन्दू सबसे ज्यादा हैं। दोनों देशों में इनकी आबादी 80 फीसदी है। इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात, मॉरिशस, त्रिनिदाद, सूरीनाम या फिजी में हिन्दुओं की संख्या प्रतिशत के हिसाब से ज्यादा है। मिसाल के तौर पर मॉरिशस के 48 प्रतिशत लोग हिन्दू धर्म का पालन करते हैं। जिन देशों में हिन्दुओं की संख्या ज्यादा है, वहाँ कई मंदिर दिखाई देते हैं। मलेशिया, इंडोनेशिया या दक्षिण अफ्रीका में दक्षिण भारतीय मूल के हिन्दुओं के अलग मंदिर होते हैं और उत्तर भारतीय मूल के लोगों के अलग लेकिन जहाँ यह संख्या कम है, वहाँ देखा गया है कि कई भगवानों और संतों की मूर्तियों को एक ही मंदिर में स्थापित किया जाता है। मिसाल के तौर पर अरब देशों या फिर पश्चिमी योरपीय देशों में, जैसे फ्रांस, जर्मनी या फिर पूर्वी योरपीय देश। वहाँ अक्सर मंदिर में भगवानों की मूर्तियों के साथ-साथ महावीर या फिर साईंबाबा की मूर्तियाँ और गुरुग्रंथ साहिब सब एक ही हॉल में देखने को मिलते हैं।
विदेशों में मंदिरों की बात आते ही 'हरे राम हरे कृष्णा' सोसायटी द्वारा स्थापित 'इस्कॉन' मंदिर, श्री स्वामीनारायण मंदिर आदि कुछ ऐसे मंदिर हैं जो न सिर्फ भारत बल्कि विश्व के कई हिस्सों में भी श्रद्धा का केंद्र हैं। इस्कॉन मंदिर मिशीगन, डेनमार्क, इंग्लैंड, बेल्जियम, स्पेन, केन्या आदि कई देशों में फैला हुआ है। वहीं श्री स्वामीनारायण मंदिर भारत के अलावा इंग्लैंड, कनाडा, फिजी, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका आदि कई देशों में स्थापित हैं।
इसके अतिरिक्त दक्षिण अफ्रीका का श्री शिवसुब्रह्मणियम मंदिर, हिन्दू मंदिर परिषद् और ओम मंदिर, नेपाल का पशुपतिनाथ मंदिर, जापान का टोक्यो स्थित शिव मंदिर, सिंगापुर के प्राचीन मंदिर, वियतनाम के प्राचीन सनातन मंदिर, ऑस्ट्रेलिया का कैनबरा स्थित मुरुगन मंदिर, तिरुपथ मंदिर, डार्विन का गणेश मंदिर, स्विट्जरलैंड में जिनेवा स्थित विनायक मंदिर, अरऊ मुरुगन मंदिर, ज्यूरिख का शिव मंदिर, फ्रांस का गणपति मंदिर, कनाडा स्थित विष्णु मंदिर, मिशीगन स्थित पश्चिम काशी मंदिर, स्वीडन का गणेश मंदिर आदि कई मंदिर विश्व के विभिन्न देशों में श्रद्धा के केंद्र हैं।
पिछले 40 वर्षों से दुबई में रह रहे भारतीय मूल के उद्यमी और साहित्य प्रेमी गंगाधर जसवानी कहते हैं कि खाड़ी के देशों में दुबई में ऐसा एकमात्र मंदिर है जो संयुक्त अरब अमीरात के शाह की अनुमति से बनाया गया है। उज्जैन में जन्मे गंगाधर जसवानी बताते हैं कि इतने वर्षों में कभी उनके सामने कोई ऐसा उदाहरण नहीं आया जब किसी दो समुदाय के बीच आपस में कोई अनबन हुई हो।
सभी धर्मों के लोग आपस में भाईचारे के साथ रहते हैं। ऐसे में देखा गया है कि अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों में कट्टरपंथी झुकाव ज्यादा होता है। वर्षों से अपने समुदाय और अपनी सोच में जी रहे लोगों को लगता है कि भारत में रह रहे हिन्दुओं की अपेक्षा हिन्दू धर्म के मायने और परंपरा के बारे में उन्हें ज्यादा पता है।