बेंगलुरु। एक युवा भारतीय अमेरिकी एंटरप्रेन्योर और उसके मित्र द्वारा शुरु किए एक स्टार्टअप जेनकर्स ने वर्ष 2013 के वार्टन बिजनेस प्लान कॉम्पीटिशन (बीपीसी) को जीत लिया। यह कंपनी पुरानी कारों की ऑनलाइन रिटेलिंग करती है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने से इसे 30 हजार डॉलर का पर्लमैन पुरस्कार मिला।
यह पुरस्कार वार्टन स्कूल के 15वें एनुअल वेंचर फाइनलस् में दिया गया जो 24 अप्रैल, 2013 को दिए गए। इस अवसर पर स्कूल की ओर से 1 लाख 15 हजार डॉलर के मूल्य के कैश और काम के तौर पर पुरस्कार दिए गए। वार्टन बीपीसी की कमेटी की पसंद का पुरस्कार जीतने वाले जेनकर्स देश में 600 बिलियन के पुरानी कारों को बेचने के कारोबार को टारगेट करती है।
ज्यां-मैथ्यू (जिम) चबास और वेंकट जोलाना इस कंपनी के सह संस्थापक हैं और इसके साथ ही दोनों स्कूल में दूसरे वर्ष के एमबीए के छात्र हैं। इन दोनों ने कॉर्पोरेट से सीधे खरीदारों को जोड़ने वाला एक मॉडल विकसित किया है। जोलाना पहले बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप, एटलांटा में काम कर चुके हैं। जॉर्जिया टेक से इंजीनियरिंग में अंडरग्रेजुएट डिग्री रखने वाले जोलाना फिलहाल वार्टन में एमबीए के एक छात्र हैं।