सिडनी में हिन्दी दिवस पर कवि सम्मलेन
, बुधवार, 18 सितम्बर 2013 (21:10 IST)
सिडनी में हिन्दी दिवस पर चौदह सितम्बर को इंडियन लिटरेरी और आर्ट सोसाइटी ऑफ ऑस्ट्रेलिया ने कवि सम्मलेन और संगीत संध्या का आयोजन किया, जिसमें सत्रह स्थानीय कवियों ने भाग लिया। संस्था की संस्थापक रेखा राजवंशी ने इसे एक नया रूप देते हुए कुछ मुख्य गीतकारों जैसे जावेद अख्तर, गुलज़ार, इंदीवर आदि की रचनाओं के साथ जोड़ा, जिन्हें सिडनी के जाने-माने गायक विनोद राजपूत और उनकी टीम ने गाया। स्थानीय कवियों में अस्सी साल की विमला लूथरा और सत्तर से अधिक आयु के धनराज चौधरी और निहाल अगर जी से लेकर पैंतीस की उम्र के ऊपर के युवा कवि भी थे। जहां एक ओर गौरव कपूर की चिंतनशील कविता थी तो वहीं दूसरी तरफ गरिमा त्रिवेदी की अच्छी सुन्दर भाषा में लिखी भावपूर्ण कविता थी। कहीं स्वाति तिवारी और प्रदीप उपाध्याय के हास्य के छींटे थे तो कहीं रितु भामरा, सोनू सारदा, सुखप्रीत धमून, रियाज़ शाह, जसबीर अहलूवालिया, रेखा राजवंशी की प्रेमपरक कविताएं थीं। विजय कुमार सिंह के गीत और राजपाल संधू की नई तर्ज़ पर लिखी कविताएं भी सराही गईं। भाषा, शैली और विषय विविधता से भरपूर कविताओं ने सबका मन मोह लिया। सिडनी के भारतीय काउंसिल जनरल अरुण गोयल ने इस अवसर पर सबको हिन्दी दिवस की बधाई दी और कहा कि हिन्दी या एक और भाषा सीखने के अनेक लाभ हैं। अंत में भोजन और चाय के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। अपनी भाषा और हिन्दी साहित्य को जीवित रखने के इस प्रयास को सबने सराहा।