हिन्दी विद्यालय में हिन्दी दिवस का आयोजन
, बुधवार, 18 सितम्बर 2013 (19:21 IST)
सिडनी में इंडो ऑस्ट बाल भारती विद्यालय में सितम्बर को समस्त हिन्दी संस्थाओं के सहयोग से हिन्दी मेले का आयोजन हुआ। बाल भारती विद्यालय पिछले पच्चीस साल से रविवार को हिन्दी की कक्षा लगाता है। स्कूल की संयोजक माला मेहता बच्चों की हिन्दी शिक्षा में योगदान देती आ रहीं हैं। इस अवसर पर ऑस्ट्रेलिया के अनेक जाने-माने लोग उपस्थित थे। एमपी फिलिप रडक, एमपी मैट कीन के अलावा अनेक संस्थाओं के अध्यक्षों ने इसमें भाग लिया। फिलिप रडक ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया एक बहु-सांस्कृतिक देश है और भारतीय समुदाय के योगदान से अवगत है। हिन्दी भाषा को उनका पूरा समर्थन है और वे इसको ऑस्ट्रेलियन पाठ्यक्रम में स्थान दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे। दस बजे से बारह बजे तक हिन्दी स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों ने रंग-बिरंगे कपड़ों में नाटिकाएं कीं। कहीं चिड़िया, कहीं फूल और कहीं जानवर की वेशभूषा में उन्होंने ऑस्ट्रेलियन हिन्दी में संवाद कहकर सबका मन लुभाया। इस अवसर पर कविता प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें अनेक बच्चों ने भाग लिया। चार साल की एक बच्ची ने पूरी हनुमान चालीसा सुनाकर सबको चमत्कृत कर दिया। बच्चों के कार्यक्रम के बाद भारतीय दूतावास की ओर से जलपान की व्यवस्था थी। अगले सत्र में सिडनी के कलाकारों ने दो लघु नाटकों का मंचन किया, 'ताजमहल का टेंडर' और 'मेरे पति की शादी।' 'ताजमहल का टेंडर' का सबा ज़ैदी ने निर्देशन किया, दूसरे नाटक 'मेरे पति की शादी' का निर्देशन रेखा राजवंशी ने किया, इसकी लेखिका नीना बधवार थीं। ऑस्ट्रेलिया में प्रवासी भारतीयों की मानसिकता को दर्शाता यह नाटक हास्य-प्रधान था, जिसमें पत्नी अपने पति को अपनी बहन से शादी करने के लिए मनाती है, जिससे उसकी बहन को ऑस्ट्रेलिया का वीज़ा मिल जाए। दोनों ही नाटकों को दर्शकों ने बहुत पसंद किया। इस तरह हिन्दी दिवस पर सिडनी में अपनी आधिकारिक भाषा हिन्दी की खूब धूमधाम रही और हिन्दी के अस्तित्व के प्रति नई आशा भी जगी।