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फेल्प्स ने रचा नया इतिहास

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हमें फॉलो करें फेल्प्स स्पिट्ज तैराकी रिकॉर्ड बीजिंग ओलिम्पिक सुपर तैराक
बीजिंग (वार्ता) , रविवार, 17 अगस्त 2008 (12:41 IST)
बीजिंग ओलिम्पिक में कई रिकॉर्डों को तरणताल में डुबो चुके अमेरिका के 'सुपर तैराक' माइकल फेल्प्स ने आज यहाँ चार गुणा 100 मीटर मेडले रिले स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही अपने हमवतन मार्क स्पिट्ज के एक ओलिम्पिक में सर्वाधिक सात स्वर्ण पदक जीतने के 36 वर्ष पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर नया इतिहास रच दिया।

विलक्षण प्रतिभा का धनी यह 23 वर्षीय अमेरिकी तैराक ओलिम्पिक में सर्वाधिक स्वर्ण पदक जीतने का रिकॉर्ड पहले ही अपने नाम लिखा चुका है। एथेंस ओलिम्पिक के मिले सोने के छह तमगों को मिलाकर ओलिम्पिक में फेल्प्स के स्वर्ण पदकों की संख्या कुल 14 हो चुकी है।

स्पिट्ज, अमेरिकी एथलीट कार्ल लेविस, फिनलैंड के धावक पावो नूरमी और सोवियत जिम्नास्ट लेरीसा लेतीनीना अपने करियर में नौ ओलिम्पिक स्वर्ण पदक ही जीत पाए थे।

अमेरिकी तैराक स्पिट्ज ने 1972 के म्यूनिख ओलिम्पिक खेलों में सात स्वर्ण पदक जीते थे, लेकिन आठ स्वर्ण जीतकर ओलिम्पिक में नया इतिहास बनाने की गरज से बीजिंग आए फेल्प्स ने पानी में ऐसा तूफान मचाया कि स्पिट्ज का रिकॉर्ड इतिहास बनकर रह गया। उन्होंने आठ में से सात स्पर्धाओं में नया विश्व रिकॉर्ड कायम करने के साथ स्वर्ण पदक जीते।

फेल्प्स को कालजयी तैराक बनाने वाला आठवाँ स्वर्ण ओलिम्पिक तैराकी कार्यक्रम की अंतिम स्पर्धा चार गुणा सौ मेडले रिले में नए विश्व कीर्तिमान के साथ तरणताल से निकला।

फेल्प्स ने बेकस्ट्रोकर एरोन पेयरसल, ब्रेस्टस्ट्रोकर ब्रेंडन हेनसेन और फ्रीस्टाइलर जेसन लेजाक के साथ मिलकर इस स्पर्धा में तीन मिनट 29.34 सेकंड का समय लेकर पुराने विश्व रिकॉर्ड 3.30.68 को पीछे छोड़ दिया। स्पर्धा का रजत ऑस्ट्रेलिया (3.30.04 सेकंड) और कांस्य जापान (3.31.18) सेकंड को मिला।

बीजिंग में फेल्प्स ने जब भी तरणताल में छलाँग लगाई वह सोना लेकर लौटे। उन्होंने 400 मीटर व्यक्तिगत मेडले (4 गुणा 100 मीटर फ्रीटाइल रिले), 200 मीटर फ्रीस्टाइल, 200 मीटर बटरफ्लाई, 2 गुणा 400 मीटर फ्रीस्टाइल रिले, 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले और 100 मीटर बटरफ्लाई और 4 गुणा 100 मीटर मेडले रिले में भाग लिया और सभी में सोना बटोरकर काल के कपाट पर एक नई इबारत लिख दी।

फेल्प्स ने 100 मीटर बटरफ्लाई को छोड़कर सभी स्पर्धाओं में नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। इस स्पर्धा में वह इयान क्रोकर के विश्व रिकॉर्ड से महज 0.18 सेकंड दूर रह गए।

इससे पहले उन्होंने एथेंस ओलिम्पिक में 100 मीटर बटरफ्लाई, 200 मीटर बटरफ्लाई, 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले, 400 मीटर व्यक्तिगत मेडले, चार गुणा 200 मीटर फ्रीस्टाइल रिले और चार गुणा 100 मीटर मेडले रिले में स्वर्ण पदक जीते थे, लेकिन 200 मीटर फ्रीस्टाइल और 100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले में उन्हें कांस्य पदक के साथ संतोष करना पड़ा था।

लेकिन बीजिंग में फेल्प्स ने आठ स्वर्ण जीतकर स्पिट्ज के 36 वर्ष पुराने रिकॉर्ड को तोड़कर नया इतिहास रच दिया। स्पिट्ज के रिकॉर्ड 36 वर्षों तक कोई चुनौती नहीं दे पाया, लेकिन फेल्प्स ने जो कीर्तिमान स्थापित किया है उसके टूटने के लिए एक शताब्दी का इंतजार करना पड़ सकता है।

जीत के बाद फेल्प्स ने कहा कि मुझे पता नहीं है कि मैं कैसा महसूस कर रहा हूँ। मेरे मन में बहुत सारी भावनाओं उमड़ रही हैं। मैं बहुत उत्साहित हूँ। मैं सबसे पहले अपनी माँ को देखना चाहता हूँ।

स्पिट्ज का रिकॉर्ड तोड़ने के बारे में उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि इस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं है। कई लोग कहते थे कि ऐसा नहीं हो सकता, लेकिन इसके लिए महज एक कल्पना की जरूरत है। मैंने यही सीखा और इससे मुझे मदद मिली।

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