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साइना नेहवाल ओलिम्पिक से बाहर

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हमें फॉलो करें साइना नेहवाल मारिया क्रिस्टिन
बीजिंग (वार्ता) , बुधवार, 13 अगस्त 2008 (17:43 IST)
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने बीजिंग ओलिम्पिक खेलों में आज यहाँ निर्णायक गेम में मिली बढ़त को गँवाकर बैडमिंटन की एकल स्पर्द्धा के सेमीफाइनल में पहुँचने का शानदार मौका भी गँवा दिया।

साइना ने चार गेमों तक खिचें इस क्वार्टर फाइनल मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन वह निर्णायक गेम में 11-3 की बढ़त को कायम नहीं रख सकीं और इंडोनेशिया की मारिया क्रिस्टीन युलिएंती ने इसका पूरा फायदा उठाते हुए मैच अपने नाम कर लिया।

अपने पहले ही ओलिम्पिक में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय करने वाली साइना ने बाद में स्वीकार किया कि वह अपनी गिरफ्त में आया हुआ मैच हार गईं। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर यह एक शानदार मैच था लेकिन यह भी सच है कि इसे मुझे जीतना चाहिए था।

विश्व वरीयता क्रम में 15वें नंबर की खिलाड़ी साइना की इस हार के साथ ही बैडमिंटन में भारत की चुनौती समाप्त हो गयी है। पुरूष वर्ग में अनूप श्रीधर दूसरे ही दौर में बाहर हो गए थे।

प्री-क्वार्टर फाइनल में दुनिया की छठे नंबर की खिलाड़ी चेन वांग को हराने वाली साइना ने मारिया के खिलाफ मैच की शुरुआत थोड़ी सावधानी के साथ की। दरअसल ये दोनों पहली बार एक दूसरे का सामना कर रही थीं, लेकिन एक बार लय में आने के बाद कोई भी झुकने को तैयार नहीं था।

मगर साइना ने इस ओलिम्पिक में अब तक के सबसे लंबे पहले गेम को 28-26 अंकों से जीत लिया। हालाँकि वह पहले गेम में हुई थकान के चलते अगला गेम 14-21 से हार गईं और मैच उनकी पकड़ से बाहर जाता हुआ दिखने लगा।

लेकिन साइना ने तीसरे गेम में बेहतरीन वापसी की और मैच का रूख ही बदलकर रख दिया। उन्होंने लगातार आठ अंक अर्जित करते हए मारिया के खिलाफ बढत को 11-3 तक पहुँचा दिया। उस समय मैच पूरी तरह उनकी पकड़ में दिख रहा था और इसी के साथ बैडमिंटन में भारत को पदक मिलने की उम्मीद भी जाग गई।

लेकिन मारिया के जेहन में कुछ और ही था। उन्होंने लगातार छह अंक लेकर इस बढ़त को 9-11 किया और उसके बाद साइना की बढ़ती थकान का फायदा उठाते हुए इस गेम को 21-15 से जीतकर मैच को ही अपने कब्जे में कर लिया।

साइना से जब अंतिम गेम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा मुझे नहीं मालूम कि अंतिम गेम में क्या हो गया था। शायद लंबा मैच होने के कारण मैं थक गई थी। मैंने बहुत सारी गलतियाँ की और मारिया के कुछ शाटों को मैंने अपने पाले में गिरने दिया।

उन्होंने कहा शायद मेरा ध्यान भंग हुआ और मैच मेरी गिरफ्त से निकल गया। अगर मैं सेमीफाइनल तक पहुँचती तो बहुत ही बढ़िया होता। फिर भी मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।

साइना नेहवाल की ऊँची उड़ान
बैडमिंटन की नई सनसनी साइना

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