अमेरिका बीजिंग ओलिम्पिक में बेशक स्वर्ण पदक जीतने के मामले में मेजबान चीन से पिछड़ रहा है, लेकिन इन खेलों के दौरान उसने अपने ओलिम्पिक इतिहास के 900 स्वर्ण पूरे कर लिए है।
अमेरिका यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला देश है। अन्य कोई देश स्वर्ण पदक जीतने के मामले में उसके आसपास भी नहीं है। स्थिति यह है कि किसी भी अन्य देश के नाम 400 स्वर्ण पदक भी नहीं है।
सोवियत संघ के उसके विघटन से पहले नौ ओलिम्पिक में 395 स्वर्ण थे। लेकिन उसके टूट जाने के बाद रूस छह ओलिम्पिक में 86 स्वर्ण ही हासिल कर पाया।
अमेरिका के बीजिंग ओलिम्पिक से पहले 24 ओलिम्पिक खेलों में 894 स्वर्ण थे। लेकिन उसने 900 स्वर्ण का आँकड़ा पार कर लिया है। अमेरिका बीजिंग ओलिम्पिक में स्वर्ण जीतने के मामले में बेशक चीन से पीछे है। लेकिन इन खेलों में पदकों का अर्धशतक पूरा करने वाला वह पहला देश बन गया है। उसने खेलों के आठवें दिन अपने कुल पदकों का अर्धशतक पूरा कर लिया।
बीजिंग ओलिम्पिक में पदकों की होड़ में चीन और अमेरिका ही सबसे आगे चल रहे हैं। चीन ने खेलों के पहले दिन से ही खुद को पदक तालिका में चोटी पर रखा है, जबकि अमेरिका उसके पीछे दूसरे स्थान पर चल रहा है।
खेलों के सातवें दिन शुक्रवार को चीन 26 स्वर्ण सहित 41 पदक जीत चुका था, जबकि अमेरिका के 14 स्वर्ण सहित 46 पदक थे।
बीजिंग ओलिम्पिक से पहले अमेरिका के बाद सोवियत संघ (395 स्वर्ण) दूसरे स्थान पर था। ब्रिटेन 25 ओलिम्पिक में 188 स्वर्ण जीतकर तीसरे, फ्रांस 25 ओलिम्पिक में 184 स्वर्ण जीतकर चौथे और इटली 24 ओलिम्पिक में 182 स्वर्ण जीतकर पाँचवें स्थान पर था।
हंगरी (156 स्वर्ण) छठे, पूर्वी जर्मनी (153) सातवें, जर्मनी (147) आठवें, स्वीडन (142) नौंवे और ऑस्ट्रेलिया (117) दसवें स्थान पर था।
बीजिंग ओलिम्पिक के मेजबान चीन के इससे पहले सात ओलिम्पिक से 112 स्वर्ण थे।