बीजिंग ओलिम्पिक में पाकिस्तानी हॉकी टीम के दयनीय प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान के खेलमंत्री नजमुद्दीन खान ने पूर्व प्रधानमंत्री मीर जफरूल्ला खान जमाली को राष्ट्रीय हॉकी संघ (पीएचएफ) के अध्यक्ष पद से हट जाने को कहा है।
खान ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के समय प्रधानमंत्री रहे जमाली को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि सरकार राष्ट्रीय हॉकी में महत्वपूर्ण बदलाव कर सके।
उन्होंने कहा हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है और इसका पतन रोकने के लिए इसमें महत्वपूर्ण बदलाव करने की जरूरत है। बीजिंग ओलिम्पिक में पाकिस्तान आठवें स्थान पर रहा और इस कारण अगले चैंपियंस ट्रॉफी में क्वालीफाई करने में भी नाकाम रहा।
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान और ओलिम्पियन मंसूर अहमद ने खेल को और निम्न स्तर पर जाने से रोकने के लिए विदेशी कोच लाने की माँग की।
लाहौर में चैंपियंस ट्रॉफी और सिडनी में 1994 में विश्व कप जीतने वाली टीम में गोलकीपर रहे मंसूर ने कहा कि हाकी मामलों पर अधिक तवज्जो दिए जाने की जरूरत है।
मंसूर ने कहा मैं कहता हूँ कि एक अच्छा विदेशी कोच और प्रशिक्षित विदेशी प्रशिक्षक लाया जाए। 90 के दशक में अच्छा खेलने वाले खिलाड़ियों को सहायक कोच और योजनाकार के रूप में नियुक्त किया जाए और देखिए कैसे काम होता है।
मंसूर ने कहा कि पाकिस्तान हाकी के पतन का एक प्राथमिक कारण यह है कि प्रबंधन खिलाड़ियों को आक्रामक हाकी खेलने के लिए प्रेरित नहीं कर रहा।