छुपेरुस्तम नाइजीरिया को भरोसा है कि शनिवार को बर्ड्स नेस्ट स्टेडियम में होने वाली पुरुषों की फुटबॉल स्पर्धा के फाइनल में अर्जेंटीना के डिफेंस को दबाव में लाने के लिए उनके पास बेहतरीन आक्रमण हथियार मौजूद है।
नाइजीरिया के पास मनोवैज्ञानिक लाभ तो होगा क्योंकि 12 साल पहले अटलांटा में फाइनल में जीत दर्ज कर वह ओलिम्पिक चैम्पियन बनने वाला पहला देश बना था लेकिन मंगलवार को सेमीफाइनल में ब्राजील को 3-0 से शिकस्त देने वाली अर्जेंटीना की टीम जीत की प्रबल दावेदार दिख रही है।
फुटबॉल का फाइनल मुकाबला काफी रोमांचक होगा क्योंकि प्रतिभाशाली खिलाड़ियों से भरी दो टीमें अपने आक्रमण के बूते शीर्ष स्थान हासिल करने की कोशिश करेंगी। अर्जेंटीना के पास लिओनल मेस्सी सरजियो अगुरो और फर्नांडो गागो की तिकड़ी मौजूद है, लेकिन उन्हें नाइजीरिया के पीटर ओडेमविंजी और विक्टर सोफोर ओबिन्ना के आक्रमण से पार पाना होगा क्योंकि इनके साथ चिनेदु ओगबुके, ओबासी और सोलोमन ओकोरोंको जैसे खिलाड़ी भी हैं।
नाइजीरिया की टीम विपक्षी टीम के डिफेंस को भेदने की कोशिश करेगी। टीम अर्जेंटीना के बेहतरीन खिलाड़ी मेस्सी के प्रयासों को भी पस्त करने की इच्छा और उन पर दबाव बनाने के इरादे से मैदान पर उतरेगी, लेकिन इसमें उन्हें कई रणनीतियों को तोड़ना होगा क्योंकि अर्जेंटीना का ज्यादातर आक्रमण बार्सिलोना के सुपरस्टार मेस्सी के इर्द गिर्द ही होगा।
हर्था बर्लिन के स्ट्राइकर ओकोरोंको ने कहा कि हमें वैसा ही खेल दिखाना होगा जैसे हमें कोच सैमसन सियासिया ने बताया था। हमें कुछ भी विशेष करने की कोशिश नहीं करनी होगी। हमें सरल गेम खेलना होगा और ऊर्जा बचाकर रखनी होगी, लेकिन 2008 बीजिंग का फाइनल सिर्फ इस पर निर्भर करेगा कि नाइजीरिया मेस्सी पर किस तरह नियत्रंण करता और उस पर दबाव बनाता है।