नए प्रारूप से फिक्सिंग को बढ़ावा
नई दिल्ली , गुरुवार, 9 अगस्त 2012 (20:18 IST)
शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा को अब भी ओलिंपिक से शुरू में बाहर होने पर विश्वास नहीं हो रहा और उन्होंने नए राउंउ रोबिन प्रारूप की आलोचना की। उनके अनुसार इस नए प्रारूप के कारण ही लंदन में मैच फिक्सिंग हुई।ग्रुप बी में तीन में से दो मैच जीतने के बावजूद पोनप्पा और उनकी जोड़ीदार ज्वाला गुट्टा क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करने में असफल रहीं जिसमें अन्य टीमों द्वारा जानबूझकर मैच हारने के आरोप लगे। पोनप्पा ने कहा कि राउंड रॉबिन प्रारूप हास्यास्पद है। इससे खेल का बहुत बुरा चेहरा सामने आया। इस प्रारूप से मैच फिक्सिंग को बढ़ावा मिला। मैं उम्मीद लगाए हूं कि अगले ओलिंपिक तक यह प्रारूप बदल जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रारूप के कारण ही पहले से फैसला हो गया कि नॉकआउट चरण में कौन किसके साथ खेलेगा। जापान हमारे ग्रुप में शीर्ष पर रहा। हर किसी को चीनी ताइपे के खिलाफ उनकी जीत की उम्मीद थी, लेकिन अंतिम मैच में खेलने से पहले जापान को पता था कि उन्हें चीन से भिड़ंत के लिए चीनी ताइपे के खिलाफ हारना होगा। पोनप्पा ने कहा कि इससे चीनी ताइपे के लिए चीजें आसान हो गईं जिन्हें जापान के खिलाफ जीत की जरूरत थी और ऐसा ही हुआ। (भाषा)