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फर्राटा दौड़ के मसीहा कोच ग्लेन मिल्स

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लंदन , शनिवार, 11 अगस्त 2012 (19:48 IST)
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लंदन ओलिंपिक में 100 और 200 मीटर दौड़ में अपने खिताब का बचाव करने वाले दुनिया के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट और उनके सबसे बडे प्रतिद्वंद्वी योहान ब्लैक जैसे एथलीटों को कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंचाने वाले कोच ग्लेन मिल्स को यदि फर्राटा दौड़ का मसीहा कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।

62 वर्षीय कोच मिल्स के शिष्यों ने लंदन ओलिंपिक में पुरुष फर्राटा दौड़ के छ: में से पांच पदक अपने नाम करने का कारनामा किया है। मिल्स ने मात्र 15 वर्ष की आयु में स्कूल प्रशिक्षक के रूप में अपने करियर का आगाज किया था और 47 वर्षों के अपने कोचिंग करियर में उन्होंने कई एथलीटों को उनकी असल क्षमता का एहसास कराया और उनकी प्रतिभा को निखारकर उनके करियर को नई दिशा दी।

मिल्स 22 वर्षों तक जमैका के मुख्य कोच रहे। इस दौरान जमैका ने एथलेटिक्स में 71 विश्व और 33 ओलिंपिक पदक जीते। बोल्ट भी यही बात मानते हैं कि उन्हें दुनिया के सबसे तेज धावक बनाने के पीछे मिल्स का ही योगदान है।

बोल्ट ने कहा कि ब्लैक से ओलिंपिक ट्रायल में हारने के बाद मिल्स ही मुझे विजयी पथ पर वापस लेकर आए। उन्होंने बहुत मेहनत की। ऐसा भी समय आया जब चोटों के कारण मैं अपनी क्षमताओं पर शक करने लगा लेकिन कोच ने कहा कि चिंता मत करो। मुझे पता है कि तुम्हें पुरानी लय में वापस लाने के लिए क्या करना है। खुद पर भरोसा रखो।

ऐसा समय आता है जब आप खुद की क्षमता पर शक करने लगते हैं लेकिन ऐसे समय में कोच ही आपको आत्मविश्वास वापस पाने में मदद करता है। मेरे कोच ने मुझे मेरी क्षमताओं से परिचित कराया। लंदन ओलिंपिक में 200 मीटर का कांस्य पदक अपने नाम करने वाले युवा एथलीट वॉरेन वीयर भी मिल्स के ही शिविर का हिस्सा हैं।

100 और 200 मीटर का रजत पदक अपने नाम करने वाले ब्लैक ने भी कहा कि खास बात यह है कि हम एक ही कैंप के एथलीट हैं। मिल्स ट्रैक एंड फील्ड के भगवान हैं। हालांकि कोच मिल्स का कहना है कि वे इस बारे में निश्चित रूप से कुछ नहीं कहते कि वे कब तक प्रशिक्षण देते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि एक समय आएगा जब मुझमें इतना जोश और ऊर्जा नहीं बचेगी। वह मेरे लिए पैकअप करने का समय होगा। कोच ने कहा कि ट्रैक एंड फील्ड मेरे अस्तित्व का सबसे बड़ा हिस्सा है। हालांकि सभी प्रशिक्षकों के पास ज्ञान तो एक समान होता है लेकिन मुझमें शायद कोचिंग की वह प्रतिभा है जिससे अच्छे परिणाम सामने आते हैं। शायद मैं ज्ञान का इस्तेमाल अन्य कोच के मुकाबले ज्यादा अच्छी तरह कर पाता हूं। (वार्ता)

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