फार्मूला वन और वेस्ट हैम की नजर ओलिम्पिक स्टेडियम पर
दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों के लिए अरबों रुपए खर्च करके बनाए गए स्टेडियम सफेद हाथी बनकर रह गए हैं लेकिन लंदन ओलिम्पिक के लिए बनाए गए मुख्य स्टेडियम को हासिल करने के लिए खेल संस्थाओं के बीच जबर्दस्त होड़ मची हुई है। पूर्वी लंदन में बनाए गए ओलिम्पिक स्टेडियम को 27 जुलाई से 12 अगस्त तक होने वाले ओलिम्पिक खेलों के बाद किराए पर दिया जाएगा। मोटर रेसिंग ग्रुप फार्मूला वन, फुटबॉल क्लब वेस्ट हैम यूनाइटेड, लेटन ओरिएंट फुटबॉल क्लब और यूसीएफबी कॉलेज ऑफ फुटबॉल बिजनेस ने ओलिम्पिक स्टेडियम में दिलचस्पी दिखाई है। लंदन लेगेसी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन, एलएलडीसी का कहना है कि वह इन प्रस्तावों पर विचार कर रहा है। गत मई में इस प्रक्रिया को आठ सप्ताह के लिए आगे बढ़ा दिया गया था कि क्योंकि स्टेडियम के नाम सहित कई ऐसे मुद्दे थे जिसके कारण ज्यादा पार्टियां इसमें दिलचस्पी नहीं ले रही थीं। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि फार्मूला वन ओलिम्पिक स्टेडियम और आसपास की जमीन पर मोटर रेसिंग सर्किट बनाने की योजना बना रहा है। हालांकि कुछ स्थानीय राजनेताओं ने आशंका जताई है कि 80 हजार दर्शक क्षमता वाला यह स्टेडियम सफेद हाथी बनकर न रह जाए। पहले इस स्टेडियम को वेस्ट हैम को बेचने की योजना थी लेकिन टोटेनहैम हाट्स पर की आपत्ति के कारण यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी। एलएलडीसी ने साथ ही दस लाख वर्ग फीट में बनाए गए ओलिम्पिक मीडिया सेंटर में भी ऑफिस, रिसर्च लैब और डाटा सेंटर खोलने की योजना है। इससे 4000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। (वार्ता)