दुनिया के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट ने लंदन ओलिंपिक के 13वें दिन गुरुवार को 200 मीटर दौड़ में भी अपना परचम लहराने के साथ ही अपना ऐतिहासिक गोल्डन डबल 'डबल' पूरा कर लिया जबकि केन्या के डेविड रूडिशा ने 800 मीटर दौड़ में अपना ही विश्व रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुए नया कीर्तिमान स्थापित किया।
बोल्ट ने ओलिंपिक स्टेडियम में 80000 दर्शकों की उपस्थिति में इस स्पर्धा के चौथे सबसे तेज समय की बराबरी करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। इसके साथ ही वे लगातार ओलिंपिक में 100 मीटर और 200 मीटर में अपने खिताब का बचाव करने वाले दुनिया के पहले एथलीट बन गए।
बोल्ट ने 19.32 सेकंड का समय लेते हुए इस सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ समय निकाला जबकि उनके ट्रेनिंग पार्टनर योहान ब्लैक ने रजत और वॉरेन वीयर ने कांस्य पर कब्जा किया। इस तरह इस स्पर्धा के तीनों पदक जमैका के नाम रहे।
दोनों फर्राटा दौड़ का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले बोल्ट ने चार वर्ष पहले बीजिंग में 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर रिले में स्वर्ण पदक जीते थे। इस तरह वे अब तक पांच ओलिंपिक स्वर्ण जीत चुके हैं और शनिवार को एथलेटिक्स की अंतिम स्पर्धा चार गुणा 100 मीटर रिले में उनके पास छठा ओलिंपिक स्वर्ण जीतने का मौका होगा।
नहीं करता लुईस का सम्मान : दुनिया के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट ने लंदन ओलिंपिक में 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतने और इतिहास में अपना नाम दर्ज करने के बाद कहा कि उनके मन में अमेरिका के महान एथलीट कार्ल लुईस के लिए अब कोई सम्मान नहीं बचा है।
800 मीटर दौड़ में रूडिशा ने एक मिनट 40.91 सेकंड का समय निकालकर अपना ही विश्व रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिया। वे एक मिनट 41 सेकंड के बैरियर को तोड़ने वाले दुनिया के पहले धावक हैं। कभी इस स्पर्धा का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले लंदन ओलिंपिक की आयोजन समिति के अध्यक्ष सेबेस्टियन को ने रूडिशा की तारीफ करते हुए कहा कि वे महज जीतने से ज्यादा कुछ असाधारण करना चाहते थे। उनकी यह दौड़ ओलिंपिक इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज होगी। (वार्ता)