ऋषि पंचमी का व्रत अन्य व्रत-उपवासों से कुछ अलग और अनोखा है। इस व्रत को करने की विधि से लेकर, इसके उद्देश्य और लाभ भी बिल्कुल अलग और बेहद महत्वपूर्ण है। जानिए ऋषि पंचमी व्रत की 5 अनोखी बातें और लाभ -
1 ऋषि पंचमी का व्रत महिलाओं के साथ-साथ विशेष रूप से कुंवारी कन्याओं द्वारा किया जाता है, लेकिन यह अन्य व्रत-उपवास की तरह सिर्फ सुहाग या मनवांछित वर पाने के लिए नहीं किया जाता, बल्कि इसकाा विशेष प्रयोजन होता है।
2 ऋषि पंचमी का व्रत खास तौर से अप्रत्यक्ष या अनजाने में महिलाओं द्वारा हुए पापकर्मों को नष्ट करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। यही कारण है कि इसे हर उम्र और वर्ग की महिलाएं विशेष तौर पर करती हैं।
3 खास तौर से महिलाओं की माहवारी के दौरान अनजाने में हुई धार्मिेक गलतियों और उससे मिलने वाले दोषों से रक्षा करने के लिए यह व्रत बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
4 ऋषि पंचमी के व्रत की एक और सबसे खास बात यह है कि इस व्रत में किसी देवी-देवता की पूजा नहीं की जाती, बल्कि इस दिन विशेष रूप से सप्तर्षियों का पूजन किया जाता है।
5 इस व्रत में अपामार्ग नामक पौधे का विशेष महत्व होता है, जिसके तने से दातुन और स्नान किए बिना ऋषि पंचमी का यह पवित्र व्रत पूर्ण नहीं होता। समस्त पापों का नाश करने वाला यह व्रत अत्यंत पुण्य फलदायी है।