अक्षय तृतीया के दिन शुभ साधना करने से सभी सुख प्राप्त होते हैं। इस दिन विशेष रूप से लक्ष्मी माता के शुभ टोटके आजमाए जाते हैं जो आश्चर्यजनक रूप से फलदायक होते हैं।
1. एक दिव्य शंख, 11 लक्ष्मी कौडियां एवं सात गोमती चक्र, 108 काली मिर्च, 108 लौंग एवं थोड़ी सी सरसों (लगभग 100 ग्राम) को पीसकर रख लें। शाम को लकड़ी के पटिए पर या चौकी पर एक काला कपड़ा बिछाकर किसी कटोरी में इस मिश्रण को भरकर स्थापित कर लें। अब सरसों के तेल का दीपक जलाकर इस कटोरी को भीतर रख दें।
फिर दक्षिण की तरफ मुंह करके बैठें एवं नीचे लिखे मंत्र की 3 या 7 माला जप करें।
ॐ दक्षिण भैरवाय भूत-प्रेत बंध तंत्र बंध निग्रहनी सर्व शत्रु संहारणी सर्व कार्य सिद्धि कुरु-कुरु फट् स्वाहा
2. अपने सामने सात गोमती चक्र और महालक्ष्मी यंत्र को स्थापित करें और सात तेल के दीपक लगाएं। यह सब एक ही थाली में करें और यह थाली अपने सामने रखें और शंख माला से इस मंत्र की 51 माला जप करें-
हुं हुं हुं श्रीं श्रीं ब्रं ब्रं फट्
आकस्मिक धन प्राप्ति के लिए : माता लक्ष्मी के मंदिर में अक्षय तृतीया से प्रारंभ करते हुए प्रत्येक शुक्रवार धूपबत्ती व गुलाब की अगरबत्ती दान करने से जीवन में अचानक धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
अक्षय तृतीया का व्रत रखकर गर्मी की वस्तुओं जैसे- छाता, दही, जूता-चप्पल, जल का घड़ा, सत्तू, खरबूजा, तरबूज, बेल का शरबत, मीठा जल, हाथ वाले पंखे, टोपी, सुराही आदि वस्तुओं का दान करने से जीवन की समस्त समस्याओं से मुक्ति मिलती है।