हरियाली अमावस पर पीपल के वृक्ष की पूजा एवं फेरे किए जाते हैं तथा मालपूए का भोग बनाकर चढ़ाए जाने की शुभ परंपरा है। हरियाली अमावस्या पर वृक्षारोपण का अधिक महत्व है।
1. इस दिन स्नानादि करने के पश्तात पीपल अथवा तुलसी के वृक्ष की पूजा कर परिक्रमा करें।
2. भूखे और गरीब लोगों को दान-पुण्य के रूप में कुछ भेंट दें।
3 . यदि आप सर्पदोष, शनि की दशा और प्रकोप व पितृपीड़ा से परेशान हो तो हरियाली अमावस्या के दिन शिवलिंग पर जल और पुष्प चढ़ाएं।
4. स्वच्छ पर्यावरण के लिए बरसों से आ रही प्रथा को निभाने के लिए एक पौधा जरुर लगाएं।
5. वेदों के अनुसार आरोग्य प्राप्ति के लिए नीम का पेड़, सुख की प्राप्ति लिए तुलसी का पौधा, संतान प्राप्ति के लिए केले का वृक्ष और धन सम्पदा के लिए आंवले का पौधा लगाएं।
6. गेहूं, ज्वार, चना,मक्का, बाजरा की इस दिन प्रतीक स्वरूप कुछ भाग पर बुवाई करें।