Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

Magh Purnima 2024 | ललिता जयंती आज, जानें महत्व और पूजन के शुभ मुहूर्त

हमें फॉलो करें Magh Purnima 2024 | ललिता जयंती आज, जानें महत्व और पूजन के शुभ मुहूर्त

WD Feature Desk

Lalita Jayanti 2024 
 

HIGHLIGHTS
 
* माघ पूर्णिमा 24 फरवरी 2024 को।
* शनिवार को मनाई जाएगी माता ललिता की जयंती।
* माघ पूर्णिमा पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए सबसे अच्छा दिन।

Lalita Jayanti : धार्मिक शास्त्रों के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन ललिता जयंती मनाई जाती है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष 24 फरवरी 2024, दिन शनिवार को ललिता जयंती मनाई जा रही है। इसी दिन संत रविदास जयंती भी पड़ रही है। आइए जानते हैं यहां 
 
24 फरवरी 2024, दिन शनिवार को ललिता जयंती, माघ/माघी पूर्णिमा और गुरु रविदास जयंती पर्व। 
 
24 फरवरी के शुभ मुहूर्त
 
ब्रह्म मुहूर्त-03:59 ए एम से 04:46 ए एम
प्रातः सन्ध्या 04:22 ए एम से 05:32 ए एम
अभिजित मुहूर्त-11:18 ए एम से 12:07 पी एम
विजय मुहूर्त-01:45 पी एम से 02:35 पी एम
गोधूलि मुहूर्त-05:51 पी एम से 06:14 पी एम
सायाह्न सन्ध्या- 05:52 पी एम से 07:02 पी एम
अमृत काल-11:09 ए एम से 12:57 पी एम
निशिता मुहूर्त-11:19 पी एम से 25 फरवरी 12:06 ए एम तक। 
 
पौराणिक शास्त्रों के अनुसार देवी ललिता माता सती पार्वती का ही एक रूप हैं। उनका ध्यानरूप बहुत ही उज्ज्वल एवं प्रकाशवान है, तथा माता की दो भुजाएं हैं। यह माता गौर वर्ण होकर ललाई लिए हुए यानी रक्तिम कमल पर विराजित हैं।

देवी ललिता को दक्षिणमार्गी शाक्तों के मतानुसार 'चंडी' का स्थान प्राप्त है। माता ललिता दस महाविद्याओं में से एक हैं, अत: माघ पूर्णिमा को ललिता जयंती व्रत रखने से सभी कष्‍ट दूर होते हैं और ललिता माता का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित  वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत  या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

माघ पूर्णिमा के दिन क्या है स्नान का महत्व