हिन्दुओं का महत्वपूर्ण त्योहार सीता नवमी या जानकी जयंती (Janaki Jayanti 2023) प्रतिवर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। वर्ष 2023 में दिन शनिवार, 29 अप्रैल 2023 को सीता नवमी पर्व मनाया जा रहा है। मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है एवं प्रभु श्री राम-माता सीता का विधि-विधान से पूजन करता है, उसे सोलह महान दानों का फल, पृथ्वी दान का फल तथा समस्त तीर्थों के दर्शन का फल मिल जाता है।
आइए जानते हैं पूजन विधि और मंत्र-
सीता नवमी पूजन विधि : Sita Navami Puja Vidhi
1. सीता नवमी के दिन प्रात: जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें।
2. एक लकड़ी के पटिये पर पीला वस्त्र बिछाकर माता सीता की श्रीराम सहित मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
3. फिर पंचोपचार पूजा करें अर्थात दूध, पुष्प, धूप, दीप एवं नैवेद्य अर्पित करके माता सीता की राजा जनक और सुनयना के साथ पूजा करें।
गन्धं पुष्पं तथा धूपं दीपं नैवेद्यमेव च।
अखंडफलमासाद्य कैवल्यं लभते धु्रवम्।
4. इसके बाद नैवेद्य अर्पित करने के बाद आरती या स्तुति गान करें।
5. तत्पश्चात प्रसाद वितरण करें।
6. इसके बाद यथाशक्ति दान का संकल्प लेकर आप चाहें तो मिट्टी के बर्तन में धान, जल या अन्न भरकर दान कर सकते हैं।
7. इस दिन पूरे समय माता सीता के मंगलमय नाम 'श्री सीतायै नमः' और 'श्रीसीता-रामाय नमः' का उच्चारण करें।
माता सीता के मंत्र : Mantra
- ॐ जानकीवल्लभाय नमः
- श्री सीतायै नम:।
- 'श्रीसीता-रामाय नम:'
- श्रीरामचन्द्राय नम:।
- श्री रामाय नम:।
- ॐ जानकी रामाभ्यां नमः।
नोट : आप चाहें तो इस दिन षोडशोपचार पूजन भी कर सकते हैं, जिसमें 16 तरह की पूजन सामग्री होती है।
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