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आज ईस्टर संडे की धूम

यीशु के पुनर्जन्म की खुशियाँ

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-हेमंत उपाध्याय

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इंदौर। ईसाइयों का सबसे बड़ा पर्व ईस्टर (पुनर्जन्म दिवस) रविवार को मनाया जा रहा है। चारों ओर खुशियाँ होंगी और समाजबंधु एक दूजे को शुभकामनाएँ देकर पवित्र दिवस मना रहे हैं। बाइबिल के अनुसार ईस्टर रविवार को प्रभु ईसा मसीह पुनर्जीवित हुए थे। रविवार को देर रात तक खुशियाँ बाँटने का सिलसिला चलेगा।

उल्लेखनीय है कि 21 मार्च के बाद पहली मर्तबा चाँद पूरा होने के बाद पहले रविवार को ईस्टर त्योहार मनता है। बसंत ऋ तु में आने वाले इस पर्व से प्रकृति मुस्करा उठती है।

होंगे कई आयोजन
ईस्टर पर कैथोलिक चर्च सेंट फ्रांसिस असीसी कैथेड्रल रेड चर्च, सेंट जोसफ चर्च नंदानगर, सेंट तेरेजा चर्च पुष्पनगर, अर्नाल्ड चर्च विजयनगर, सेंट नारबर्ट चर्च कैट, इफेंट जीसस चर्च छोटा बांगड़दा, कैथोलिक आश्रम पालदा और सत प्रकाशन भँवरकुआँ पर जागरण, पवित्र मिस्सा और विशेष आराधना होगी। इसी तरह प्रोटेस्टेंट चर्च पैटी कोस्टल चर्च वंदना नगर, व्हाइट चर्च, मारथोमा चर्च, सेंट पालुस चर्च बजरंग नगर, मसीही मंदिर आदि पर भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। सभी चर्च में सुबह कार्यक्रम होंगे। इस दिन शाम को कोई कार्यक्रम नहीं रखा जाता है।

आदि से अंत तक ईश्वर
प्रिजन मिनिस्ट्री इंडिया के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बेडविन अलबर्ट अलवारिस ने बताया कि शनिवार की रात करीब 11 बजे रेड चर्च में समाज के श्रद्धालु एकत्रित हुए। इस दौरान बिजली बंद कर अँधेरे में कोयले जलाए गए और इससे करीब ढाई फुट लंबी एक बड़ी मोमबत्ती जलाई गई। इसे ईस्टर कैंडल कहा जाता है। बिशप और फादर इसे लेकर गिरजाघर में पहुँचे और मोमबत्ती को अंदर रखा इससे नए साल की शुरुआत माना गया।

इस मोमबत्ती पर अल्फा और ओमेगा लिखा गया था, जिसका अर्थ है आदि से अंत तक ईश्वर ही है। इसी से सब लोगों ने अपने हाथों में रखी छोटी मोमबत्तियाँ जलाकर रोशनी की। इसके साथ ही पूजा शुरू हो गई रात १२ बजे चर्च की घंटियाँ बज उठीं। यज्ञ के साथ विशेष प्रार्थना की गई और मध्यरात्रि को लोग एक दूसरे को हैप्पी ईस्टर कहते हुए अपने घरों को रवाना हो गए।

बिशप चाको ने नईदुनिया से कहा उनका यही संदेश है कि यह पर्व सबको शांति दे। समाज के साथ ही शहर और देश में शांति का वातावरण बने। भोपाल डायोसिस के बिशप एल. मेढ़ा ने कहा इस दिन मनुष्य अपनी बुराइयों को त्याग कर नई ऊर्जा से काम करने का संकल्प ले। वह दूसरों की मदद का संकल्प ले।

मसीही मंदिर सीएनआई चर्च के सुधांशु पॉल ने बताया कि सुबह 7 बजे से विशेष आराधना की जाएगी। इसके बाद मिलन समारोह मिशन अस्पताल परिसर में होगा। शनिवार की रात एक शाम प्रभु ईसा के नाम संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। रेड चर्च में सुबह साढ़े 6 बजे से पवित्र मिस्सा और इंग्लिश होली मास होगा।

प्रेस ब्रिटेरियन चर्च मसीही मंदिर के यूथ डायरेक्टर अभिषेक नेतराम ने बताया कि सुबह साढ़े 5 बजे से भोर की आराधना और 10 बजे से ईस्टर की आराधना की जाएगी। व्हाइट चर्च कब्रिस्तान में सूर्योदय की प्रार्थना सुबह साढ़े आठ बजे से होगी। आराधना और प्रभु भोज के साथ ही मिलन कार्यक्रम होगा।

क्रिसमस से बड़ा त्योहार
ईसाई समाज की भजन मंडली की सदस्य और चर्च के पल्ली की सहायक एडना फर्नांडीस का कहना है कि यह पर्व क्रिसमस से बड़ा माना जाता है क्योंकि क्रूस पर चढ़ाए जाने के बाद इस दिन ईसा मसीह फिर जी उठे थे। यह पर्व ईसाई समाज के लोग आत्मिक रूप से मनाते हैं। प्रार्थना, उपवास, चिंतन-मनन के बाद यह पर्व अपने को बदलने का जज्बा देता है।

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