भारत में उपवास करने की प्रथा सालों से चली आ रही है, लेकिन आज उपवास फिटनेस मंत्र के रूप में भी काम करता है। कुछ लोग अपना वेट कम करने के लिए उपवास रखते हैं तो कुछ को अपनी मान्यताओं के चलते उपवास रखना पसंद करते हैं। अगर आप उपवास रखने के साथ कुछ बातों का ध्यान रखेंगे तो सेहत को जरूर फायदा होगा।
- व्रत-त्योहारों के दिनों में उपवास करने से शरीर में उत्पन्न होने वाले टॉक्सिन, पेशाब एवं पसीने के रूप में हमारे शरीर से बाहर निकल जाते हैं। उपवास के समय में पानी और तरल पदार्थ अधिक से अधिक पिएं।
- फाइबर वाला, रेशेदार, कम नमक और कम मसालों वाला फलाहार और सलाद लें।
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- उपवास के दिन नींद पूरी लें और समय पर भोजन करें।
- मन को शांत रखें और अपने व्यवहार में विनम्रता बरतें।
- उपवास में भी हल्की-फुल्की एक्सरसाइज और व्यायाम जारी रखें।
- उपवास के समय में अधिक कमजोरी होने पर नींबू-पानी ले सकते हैं। इससे आंतों की सफाई अच्छी तरह से हो जाती है।
- किसी बीमारी से पीडि़त होने पर उपवास न करें, यदि आप बीमार रह कर भी उपवास करना चाहते हैं तो अपनी दवाइयां समय पर लें।
- स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहते हुए निर्जल उपवास पर न उतरें।
- एसीडिटी की शिकायत या बीमारी होने पर थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद सलाद या फल खाते रहें।
यह न करें :- - उपवास के दौरान पकी हुई सब्जियां, अन्न या अन्न के बने दूसरे पदार्थ, रोटियां, ब्रेड, बिस्कुट, पास्ता नहीं खाना चाहिए। - चाय, आइस्क्रीम, मक्खन, फास्ट फूड, जंक फूड से तैयार किया हुआ भोजन, आलू की चिप्स, साबूदाने की खिचड़ी, मूंगफली के दाने या मिक्चर इत्यादि उपवास के स्वास्थ्य लाभों को नष्ट कर देते हैं। - डायबिटीज के रोगियों, गर्भवती महिलाओं व स्तनपान करा रही माताओं को भी उपवास नहीं करना चाहिए। - उपवास अपनी शारीरिक सामर्थ्य से अधिक नहीं करना चाहिए।