सिस्टर निर्मला, मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज ऑफ़ चैरिटीज की प्रमुख थीं। मदर टेरेसा के निधन के छ: महीने पहले 13 मार्च, 1997 को सिस्टर निर्मला को मिशनरीज ऑफ चैरिटी का सुपीरियर जनरल चुना गया था। निर्मला जोशी का जन्म 23 जुलाई 1934 में रांची में एक हिन्दू ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता सेना के जवान थे और नेपाली मूल के थे।
उनका परिवार नेपाल से रांची आया था। निर्मला ने 17 साल की उम्र में अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था और मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटीज़ से जुड़ गई थीं। निर्मला की बहन ने भी ईसाई धर्म अपना लिया था और वे भी रोमन कैथोलिक नन बन गई थीं।
बहुत ही जल्द वे मदर टेरेसा के काफी करीब हो गई थीं। मदर टेरेसा की विश्वासपात्र सिस्टर निर्मला ने मिशनरीज़ ऑफ चैरिटीज़ से जुड़ने के बाद मदर टेरेसा के कहने कानून की पढ़ाई भी पूरी की। उन्होंने मदर टेरेसा के साथ कई देशों की यात्राएं भी कीं।
मदर टेरेसा को सिस्टर निर्मला पर योग्यता पर बेहद भरोसा था, शायद इसीलिए मदर टेरेसा ने पनामा, न्यूयॉर्क और काठमांडु में मिशनरीज़ का सेंटर खोलने के लिए सिस्टर निर्मला को चुना था। सिस्टर निर्मला ने अपना जीवन साधारण महिला की तरह जिया। 23 जून 2015 को सिस्टर निर्मला का कोलकाता में निधन हो गया।