बेल्जियम के सामने हॉकी टीम को वन मैन शो से ज्यादा करने की जरूरत
क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की कर चुकी भारतीय हॉकी टीम के सामने बेल्जियम की कठिन चुनौती
क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की कर चुकी भारतीय टीम पेरिस ओलंपिक के पूल बी के मैच में बृहस्पतिवार को मौजूदा चैम्पियन बेल्जियम के रूप पहली कठिन चुनौती का सामना करेगी तो उसे प्रदर्शन में निरंतरता रखनी होगी।
बेल्जियम पूल बी में तीनों मैच जीतकर शीर्ष पर है जबकि भारत दो जीत और एक ड्रॉ के साथ दूसरे स्थान पर है। आस्ट्रेलिया दो जीत और एक हार के साथ तीसरे स्थान पर है। अर्जेंटीना ने भी तीन मैचों में एक जीत , एक ड्रॉ और एक हार के साथ अंतिम आठ में जगह बना ली है।
न्यूजीलैंड और आयरलैंड लगातार तीन हार के साथ दौड़ से बाहर हो गए हैं। हर पूल से शीर्ष चार टीमें ही अंतिम आठ में पहुंचेंगी।
भारत ने पहले मैच में न्यूजीलैंड को 3 . 2 से हराया और फिर आखिरी मिनट में किये गए गोल की मदद से 2016 की चैम्पियन अर्जेंटीना को ड्रॉ पर रोका।
आयरलैंड के खिलाफ भारत ने 2 . 0 से जीत दर्ज की। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पहले दोनों मैचों में निर्णायक गोल दागे और फिर आयरलैंड के खिलाफ पेनल्टी स्ट्रोक पर पहला और पेनल्टी कॉर्नर पर दूसरा गोल किया।
अपना चौथा ओलंपिक खेल रहे मिडफील्डर मनप्रीत सिंह और हार्दिक सिंह ने भी आयरलैंड के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके कई मौके बनाये। मनदीप सिंह, ललित उपाध्याय, गुरजंत सिंह और सुखजीत सिहं ने भी दबाव बनाये रखा।
अपना पहला ओलंपिक खेल रहे राइट बैक जरमनप्रीत सिंह इस टूर्नामेंट की खोज साबित हुए हैं जिन्होंने अब तक काफी प्रभावी प्रदर्शन किया है।
पहले दो मैचों में 19 पेनल्टी कॉर्नर गंवाने वाली भारतीय टीम के गोलकीपर पी आर श्रीजेश की तारीफ करनी होगी जिन्होंने कई गोल बचाये।बेल्जियम के बाद भारत को शुक्रवार को आस्ट्रेलिया से खेलना है। (भाषा)