मेडल जीतने वालों की खातिरदारी, सिर्फ निशानेबाज उठा रहे हैं भारतीय व्यंजनों का लुत्फ
‘ताज महल’ और ‘बॉम्बे’ परोस रहे हैं निशानेबाजों को भारतीय खाना
फ्रांस के शहर शेटराउ की सड़कें आजकल भारत में होने का अहसास दिलाती हैं क्योंकि यहां ताज महल और बॉम्बे जैसे रेस्तरां के दस्तरखान से भारतीय पकवानों की खुशबू हवाओं को महका रही है।
पेरिस ओलंपिक में निशानेबाजी स्पर्धा के केंद्र इस शहर में दोहरी पदक विजेता मनु भाकर समेत कई भारतीय निशानेबाज खेलगांव के औसत खाने से बचते हुए यहां भारतीय व्यंजनों का स्वाद चख चुके हैं।
निशानेबाजों को यह कहते सुना जा चुका है कि खेलगांव का खाना बहुत ही खराब है।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के आतिफ नोमान ताजमहल रेस्त्रां के सह मालिक हैं। उन्होंने कहा , मैने मनु भाकर को टीवी पर देखा जिन्होंने भारत के लिये दो पदक जीते हैं। मैं तुरंत पहचान गया क्योंकि वह यहां खाना खाने आई थी।
रेस्त्रां में बजते बॉलीवुड गानों के बीच उन्होंने कहा , भारतीय खिलाड़ी मटर पनीर, दाल मखनी, पालक पनीर, सादा नान ही आर्डर करते हैं। वे सभी समूह में आते हैं और शाकाहारी ही खाते हैं।
यह रेस्त्रां बांग्लादेश के सिलहट के रहने वाले नाजिमुद्दीन ने चार साल पहले खोला था जो भारतीयों के बीच काफी लोकप्रिय है।इससे 300 मीटर की दूरी पर दूसरा रेस्त्रां बॉम्बे है जो 38 साल पुराना है।
रेस्त्रां के मैनेजर अफगानिस्तान के मोहम्मद हमजा ने कहा , पहली बार इतने सारे भारतीय यहां खाने आ रहे हैं और उन्हें पसंद आ रहा है । हम उनके अनुभव को और अच्छा बनाने के लिये एक व्यंजन मुफ्त दे रहे हैं।उन्होंने कहा , भारतीय दाल , रोटी, सब्जी जैसी बिना मसाले की शाकाहारी चीजें आर्डर करते हैं।उन्होंने हमें ओलंपिक पिन जैसे मोमेंटो दिये हैं। हम इन यादों को सहेजकर रखेंगे (भाषा)