एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी किशोर जेना ने कहा है कि वह लगातार खराब प्रदर्शन के बाद 2023 में खेल को छोड़ने की कगार पर थे लेकिन उन्होंने अपने पिता की सलाह मानी और अपने करियर में वापसी करने में सफल रहे।
जेना ने स्वीकार किया कि तोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक ने उन्हें भाला फेंक में और अधिक हासिल करने के लिए प्रेरित किया था लेकिन वह प्रभावी प्रदर्शन करने में नाकाम रहे और पिछले साल जुलाई में विश्व चैंपियनशिप से पहले खेल को छोड़ने के बारे में सोचने लगे थे।
जेना ने Jio Cinema की विज्ञप्ति में कहा, जब नीरज ओलंपिक में जीता तो हमने जश्न मनाया और उसकी जीत का आनंद लिया। लेकिन ईमानदारी से कहूं तो उस जीत से मैं हताश भी था क्योंकि मैं भी उसी खेल का हिस्सा था। मैंने महसूस किया कि यह मेरे लिए खेल में कुछ हासिल करने का समय था।
उन्होंने कहा, अपनी रैंकिंग में गिरावट के बाद मैंने लेबनान राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और वहां भाले को 78 मीटर की दूरी तक ही फेंक पाया। अपना सब कुछ झोंकने के बावजूद मैं काफी कुछ हासिल नहीं कर पाया। मुझे संदेह होने लगा कि क्या इतनी कड़ी मेहनत करने का कोई मतलब है। मैंने अपने पिता को फोन किया जिन्होंने मुझे श्रीलंका में अगली प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया।
जेना ने लेबनान में (21 जुलाई को) 78.96 मीटर के प्रयास से जीत हासिल की जो किसी भी मानक से मामूली प्रदर्शन था। जेना 2022 के अंत तक 80 मीटर के आंकड़े को पार नहीं कर पाए। उनका 80 मीटर से अधिक का पहला थ्रो मार्च 2023 में तिरुवनंतपुरम में इंडियन ग्रां प्री के दौरान आया जहां उन्होंने 81.05 मीटर की दूरी तय की।
उन्होंने कहा, मैंने तय किया कि श्रीलंका में होने वाला टूर्नामेंट (30 जुलाई) मेरा आखिरी प्रयास होगा जिसके बाद मैं इसे छोड़ दूंगा और काम तथा परिवार को प्राथमिकता दूंगा। भगवान की कृपा से मैंने अच्छा प्रदर्शन किया और 84.38 मीटर की थ्रो फेंकी जिससे मुझे विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने का मौका मिला।
जेना ने विश्व रैंकिंग कोटा के माध्यम से अगस्त 2023 में बुडापेस्ट में हुई विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था। वह 85.20 मीटर के स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर को हासिल नहीं कर सके थे।उन्होंने कहा, मैंने विश्व चैंपियनशिप में भी अच्छा प्रदर्शन किया, 84.77 मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
जेना विश्व चैंपियनशिप फाइनल में पांचवें स्थान पर रहे जबकि चोपड़ा ने 88.17 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता।
उन्होंने कहा, मैंने एशियाई खेलों (चीन के हांगझोउ में जहां उन्होंने चोपड़ा के बाद दूसरे स्थान पर रहते हुए रजत पदक जीता) में 87.54 मीटर का एक और व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और पेरिस 2024 के लिए अपना टिकट सुरक्षित किया। अब मैं पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं। मैं काफी आश्वस्त हूं। हालांकि मैंने कोई विशेष लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है लेकिन मेरा लक्ष्य अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को बेहतर बनाना है।
जेना वर्तमान में खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं क्योंकि उन्होंने विश्व चैंपियनशिप के बाद जिन छह स्पर्धाओं में भाग लिया उनमें केवल एक बार ही 80 मीटर का आंकड़ा पार कर पाए। उन्होंने जून में पंचकूला में राष्ट्रीय अंतर राज्यीय चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के दौरान 80.84 मीटर का प्रयास किया जो उनका अब तक का सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।(भाषा)