100 साल बाद फैशन की राजधानी पेरिस में लौट रहे ओलंपिक में दिखेगी लैंगिक समानता और पर्यावरण सुरक्षा
पेरिस ओलंपिक: कम संसाधन में अधिक करने की कोशिश
फैशन की राजधानी माने जाने वाले इस जगमगाते शहर में खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ में दुनिया भर के 10500 से अधिक खिलाड़ी जब इस सप्ताह से पदकों के लिए जोर आजमाइश करेंगे तो 100 साल बाद पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेल हर मायने में अनूठे, अपारंपरिक और अप्रतिम होंगे।एक ओर एफिल टावर जैसी शहर की कई मशहूर जगहों के इर्द गिर्द तस्वीरें खिंचवाने की होड़ मची दिखेगी तो मैदान पर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में वर्चस्व की होड़ रहेगी।
पेरिस ने ठीक 100 साल पहले अपने पिछले ओलंपिक की मेजबानी की थी। उस समय उसका वैश्विक खेल आयोजित करने का विचार काफी हद तक शांति को बढ़ावा देने और दुनिया को एकजुट करने का था। सौ साल के बाद भी यह विचार कमोबेश कायम है लेकिन अब खेलों में उत्कृष्टता का महत्व अधिक हो गया है।
खेलों को अब दुनिया में सॉफ्ट पावर की तरह माना जाता है और जिस पर देश गर्व करना और दिखावा करना पसंद करते हैं। पेरिस में 1924 में हुए खेलों में 44 देशों के 3000 से कुछ अधिक खिलाड़ियों ने प्रतिस्पर्धा की थी। लेकिन अब रोशनी का यह शहर लगभग 10500 खिलाड़ियों की मेजबानी के लिए तैयार है। आम तौर पर ओलंपिक जैसे आयोजन के लिए नये खेल स्थलों का निर्माण होता है लेकिन पेरिस इस मामले में अनूठा है क्योंकि यह शहर खुद ही आयोजन स्थल बन गया है। इन खेलों का 95 प्रतिशत आयोजन पुराने या अस्थायी स्थल पर होगा।
इन खेलों के लिए नए बुनियादी ढांचे के निर्माण पर पैसा खर्च करने के बजाय, बजट का उपयोग मौजूदा बुनियादी ढांचे को उन्नत करने और शहर की प्रसिद्ध जगहों के आसपास अस्थायी स्थल का निर्माण करने के लिए किया गया जो प्रभावशाली पृष्ठभूमि के रूप में काम करेंगे।
बीचबॉल का आयोजन एफिल टॉवर के ठीक बगल में होगा। शानदार इंजीनियरिंग का यह चमत्कार दुनिया भर के पर्यटकों को लुभाता रहता है। पेरिस ओलंपिक का उद्घाटन समारोह सीन नदी पर आयोजित किया जाएगा।
हाल तक पेरिस के शहरी नियोजन के उप महापौर इमैनुएल ग्रेगोइरे ने कहा, हमने ओलंपिक को शहर के हरित क्षेत्र में बढ़ावा लाने के शानदार अवसर के तौर पर देखा है। हमने सार्वजनिक स्थानों, सार्वजनिक परिवहन, नदी को काफी हद तक बदल दिया है। इन खेलों के बिना इस तरह के सकारात्मक बदलाव के लिए एक या दो दशक और लग सकते थे।
इन व्यवस्थाओं की कीमत हालांकि स्थानीय लोगों को चुकानी पड़ रही है।लोगों के लिए बिना किसी वैध कारण के शहर में प्रवेश करना बेहद मुश्किल हो गया है।
स्थानीय छात्र सैलोम ने PTI- (भाषा) को बताया, न्यू पेरिस में आप बिना किसी मजबूत कारण के प्रवेश नहीं कर सकते। इसके लिए आपको एक अनुरोध करना होगा और यदि मंजूरी मिल जाती है तो आपको एक क्यूआर कोड मिलेगा जिसके साथ आप शहर में प्रवेश करेंगे।
सैलोम को अपने अभिभावकों के घर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा, बहुत से लोगों को शहर छोड़ने के लिए कहा गया है, खासकर उन्हें जो आयोजन स्थल के पास रह रहे हैं। ओलंपिक स्थलों के पास की इमारतों का उपयोग अब आयोजकों द्वारा किया जा रहा है। ज्यादातर सुरक्षा कर्मचारी इनका इस्तेमाल कर रहे हैं।
इसका सबसे ज्यादा असर छात्रों पर पड़ा है।उन्होंने कहा, मई में हमारी परीक्षाएं थीं और हमें अप्रैल में जाने के लिए कहा गया था। हम सितंबर में ही वापस आ सकते हैं। हमें मुआवजे के तौर पर 100 यूरो और ओलंपिक के लिए दो टिकट मिले हैं।
एक स्थानीय वालंटियर ने कहा, उद्घाटन समारोह सीन नदी पर होगा लेकिन उसके लिए जिन लोगों को मुफ्त प्रवेश नहीं मिल रहा है उनके लिए टिकट की न्यूनतम कीमत 900 Euro है। पेरिस में औसत आय 1400 Euro प्रति माह है। ऐसे में टिकट की कीमत बहुत अधिक है।
आयोजक निमंत्रण के आधार पर दो लाख से अधिक लोगों को मुफ्त प्रवेश की पेशकश कर रहे हैं। उन्हें नदी के ऊपरी तट तक पहुंच प्रदान की जाएगी। यह निमंत्रण चुनिंदा निवासियों और स्थानीय खेल प्रशासकों को भेजे जाएंगे।
इन खेलों में सकारात्मक बात यह है कि खेलों को सर्कुलर इकोनॉमी मॉडल पर किया जा रहा है। जिसका अर्थ है कि मौजूदा सामग्री को जितना संभव हो उतना साझा करना, पट्टे पर देना, नवीनीकरण और पुनर्चक्रण करना है।
खेल आयोजकों के अनुसार, खेल योजना में सस्टैनबिलिटी (स्थिरता) महत्वपूर्ण थी और इसका पालन सुनिश्चित करने के लिए गंभीर प्रयास किये गये है।पेरिस ओलंपिक में कम संसाधनों का बेहतर उपयोग किया गया है।
इन खेलों के दौरान उपयोग किए जाने वाले खेल उपकरण मोटे तौर पर 20 लाख की संख्या में होने का अनुमान है, जिनमें से 15 लाख खेल महासंघों को उधार या किराये पर दिये जायेंगे।
खेलों के दौरान इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटर और प्रिंटर भी किराए पर दिए जाएंगे। बेहतर उपयोग के लिए कम संसाधनों का उपयोग करने की नीति का पालन करते हुए, फर्नीचर से जुड़ी वस्तुओं की संख्या भी शुरुआत में अनुमानित आठ लाख से घटाकर छह लाख कर दी गई है।
इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड और हाइड्रोजन से चलने वाले वाहनों का उपयोग किया जाएगा और पिछले ओलंपिक की तुलना में संख्या 40 प्रतिशत तक कम कर दी गई है। जनरेटर भी जैव ईंधन, हाइड्रोजन या बैटरी द्वारा संचालित होंगे।
इन खेलों के लिए बहुत कम नये स्थलों का निर्माण किया गया है। आयोजकों ने कई खेलों के लिए शहर की प्रतिष्ठित और वास्तुशिल्प वाली जगहों की पृष्ठभूमि का उपयोग करने की एक बहुत ही प्रभावी रणनीति अपनायी है। आयोजक खेलों के 329 आयोजनों का प्रबंधन या तो पहले से मौजूद बुनियादी ढांचे या अस्थायी स्थानों पर कर रहे हैं, जो कुल संख्या का 95 प्रतिशत है।
35 प्रतियोगिता स्थलों में से, केवल दो नए मैदान बनाए गए हैं और उनमें से एक एक्वेटिक्स सेंटर को कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए लकड़ी का उपयोग करके बनाया गया है।आयोजन स्थल की सीटें पुनर्चक्रित प्लास्टिक से बनाई गई हैं और इसे रणनीतिक रूप से ऐसे स्थान पर बनाया गया है जहां शहर में खेल के बुनियादी ढांचे की कमी है। दूसरा नया स्थल पोर्टे डे ला चैपल एरेना है।
पेरिस ओलंपिक में लैंगिक समानता भी देखने को मिलेगा।
पहली बार, 10,500 खिलाड़ियों में से आधी महिलाएं होंगी, जो लैंगिक समानता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। तोक्यो में पिछले सत्र में महिला खिलाड़ियों की संख्या कुल प्रतिभागियों का 47.8 प्रतिशत थी।म्यूनिख ओलंपिक (1972) तक महिलाओं की भागीदारी 20 प्रतिशत से भी कम थी। पेरिस खेलों का पारंपरिक समापन समारोह पुरुषों की बजाय महिलाओं की मैराथन होगी और इस आयोजन में 32 में से 28 ऐसे खेल हैं जिसमें पुरुष और महिला दोनों भाग लेंगे।