नई दिल्ली। भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर द्वारा लोकसभा में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने से नाराज कांग्रेस ने गुरुवार को संसद में जमकर हंगामा किया।
लोकसभा में कांग्रेस नेता एआर चौधरी ने यह मामला उठाते हुए कहा कि भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने संसद में कांग्रेस को आतंकी पार्टी कहा है। यह ऐसी पार्टी है जिसके हजारों नेताओं ने राष्ट्र की आजादी के लिए बलिदान दिया है। यह क्या हो रहा है? क्या सदन इस पर चुप बैठेगा? महात्मा गांधी के हत्यारों को देशभक्त कहा गया।
इस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर के बयान को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है। यदि कोई बयान रिकॉर्ड में ही नहीं है तो उस पर चर्चा कैसे की जा सकती है।
इस बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा इस तरह की बयानों का समर्थन नहीं करती। उन्हें जल्द ही रक्षा मंत्रालय की कमेटी से हटा दिया जाएगा। उन पर संसदीय दल की बैठक में आने पर भी रोक लगा दी गई है।
उल्लेखनीय है कि एसपीजी बिल पर बहस के दौरान बुधवार को लोकसभा में उस समय सनसनी फैल गई जब भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त कह दिया। इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ। हालांकि प्रज्ञा के इस बयान को लोकसभा के रिकॉर्ड से निकाल दिया गया।
बहस के दौरान डीएमके सांसद ए राजा ने गोडसे के नाम लिया, इस पर प्रज्ञा ने कहा था कि आप एक देशभक्त का नाम नहीं ले सकते।
प्रज्ञा ने यूनियन कार्बाइड के सीईओ एंडरसन का जिक्र करते हुए कहा था कि 1984 के भोपाल गैस कांड में हजारों लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि एक विदेशी आता है और हजारों लोगों को मारता है। कई लोग आज भी उस पीड़ा से गुजर रहे हैं। कांग्रेस की सरकार ने उसे भगाने में मदद की थी। दरअसल, यह आतंकवाद है।