एशियाई खेलों में अमित ने रचा इतिहास, मुक्केबाजी में पहला स्वर्ण पदक
जकार्ता। भारतीय मुक्केबाज़ 22 साल के अमित पंघल ने 18वें एशियाई खेलों में शनिवार को पुरुषों के 49 किग्रा लाइटफ्लाई भार वर्ग में स्वर्ण पदक दिलाकर इतिहास रच दिया। यह इन खेलों में भारत का 14वां और मुक्केबाजी में पहला स्वर्ण है।
हरियाणा के युवा मुक्केबाज़ ने ओलंपिक चैंपियन उज्बेकिस्तान के हसनब्वॉय दुस्मातोव को कड़े मुकाबले में 3-2 से पराजित करते हुए अपने करियर की सबसे बड़ी बाउट जीत अपने नाम कर ली।
अमित ने दूसरे राउंड में लगातार तीन पंच लगाकर अंक बटोरे। उन्होंने 25 वर्षीय विपक्षी मुक्केबाज़ के सिर के पीछे भी पंच जड़े, हालांकि इससे उन्हें अंक नहीं मिले लेकिन हसनब्वॉय इससे कमजोर जरूर पड़े। उज्बेक मुक्केबाज़ ने भी वापसी करते हुए अच्छे पंच जड़े।
रोहतक में जन्मे अमित ने 2008 में मुक्केबाजी शुरू की थी। उन्होंने इस साल गोल्डकोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक हासिल किया था जबकि इसी साल बुल्गारिया के सोफिया में हुए स्ट्रैंडजा मैमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता था।