आखिरकार डॉ. मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया। उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव को संघ का करीबी माना जाता है। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने काफी संघर्ष के बाद राजनीति में मुकाम हासिल किया है। मोहन यादव ने छात्र राजनीति से अपने करियर की शुरुआत की थी।
विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने मोदी सरकार की योजनाओं को लेकर खूब प्रचार किया था। मोहन यादव उज्जैन से तीसरी बार विधायक बने हैं। मोहन यादव मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं। वे शिवराज सरकार मंत्रिमंडल में उच्च शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
जन्म और शिक्षा : मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को उज्जैन में हुआ। शिक्षा की बात करें तो उन्होंने एमबीए, पीएचडी की है। उनकी पत्नी का नाम सीमा यादव है। छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत करने वाले मोहन यादव भाजपा के स्थापित नेता हैं। यादव की छवि हिंदुवादी नेता की रही है।
मोहन यादव को 1986 में एबीवीपी के विभाग प्रमुख की जिम्मेदारी भी दी गई। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री और आरएसएस के स्टूडेंट विंग के राष्ट्रीय मंत्री का भी दायित्व निभा चुके हैं। वे आरएसएस के सह खंड कार्यवाह और नगर कार्यवाह भी रह चुके हैं।