शत्रुघ्न सिन्हा बॉलीवुड से निकलने वाले पहले नेता हैं जो अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री बनाए गए। वे हिन्दी फ़िल्मों के जानेमाने अभिनेता हैं। उन्होंने लगभग तीन दशकों तक हिन्दी फ़िल्मों के लिए अभिनय किया है।
प्रारंभिक जीवन : शत्रुघ्न सिन्हा का जन्म 15 जुलाई 1946 को बिहार के पटना में हुआ। उन्होंने पटना विज्ञान कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की है। पढ़ाई के बाद उन्होंने मुंबई फ़िल्म उद्योग की ओर रुख किया और यहां सफलता प्राप्त की। वे हिन्दी फ़िल्मों के जानेमाने अभिनेता हैं।
पारिवारिक पृष्ठभूमि : शत्रुघ्न सिन्हा के पिता का नाम भुवनेश्वरी प्रसाद सिन्हा, माता का नाम श्यामा देवी है। शत्रुघ्न की पत्नी का नाम पूनम सिन्हा है। उनके दो पुत्र हैं जिनका नाम लव और कुश है और पुत्री का नाम सोनाक्षी सिन्हा है, जो कि बॉलीवुड की जानीमानी अभिनेत्री हैं।
राजनीतिक जीवन : 1996 में शत्रुघ्न सिन्हा भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में बिहार विधानसभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए। 2002 में वे राज्यसभा में दोबारा चुने गए। जनवरी 2003 से मई 2004 तक वे स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मंत्री रहे।
2009 में वे लोकसभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए। 31 अगस्त 2009 को उन्हें परिवहन, पर्यटन और संस्कृति समिति का सदस्य बनाया गया। राजनीति और कला क्षेत्र के अतिरिक्त सिन्हा सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़े हुए हैं।
उन्होंने लगभग तीन दशकों तक हिन्दी फ़िल्मों के लिए अभिनय किया है। वे लोकनायक जयप्रकाश नारायण के कार्यों से खासे प्रभावित रहे हैं। शत्रुघ्न सिन्हा बॉलीवुड से निकलने वाले पहले नेता हैं जो अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री बनाए गए।
अभिनेता और राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा के जीवन पर लिखी गई किताब 'एनीथिंग बट खामोश : द शत्रुघ्न सिन्हा बायोग्राफी' भी लांच की गई है। यह किताब प्रसिद्ध स्तंभकार, आलोचक और लेखक भारती एस प्रधान ने लिखी है। शत्रुघ्न की निजी जिंदगी से जुड़े कई खुलासों के चलते किताब अपनी लांचिंग से पहले ही सुर्खियां बटोर चुकी है।