आपकी नजर में वर्ष 2021 की सबसे बड़ी घटना कौन सी है?
हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत सहित 14 लोगों का निधन
दुनिया में ओमिक्रोन की दस्तक
कोरोना की दूसरी लहर से त्राहि-त्राहि एवं दूसरा लॉकडाउन
भारत द्वारा स्वदेशी वैक्सीन का निर्माण और भारत में 135 करोड़ वैक्सीनेशन
पेट्रोल-डीजल के दाम 100 के पार जाना
ड्रग्स मामले में आर्यन खान की गिरफ्तारी
बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी की धमाकेदार जीत
दक्षिण भारतीय राज्यों में बाढ़ का तांडव
पेगासस स्पायवेअर से भारतीय पत्रकारों की जासूसी पर बवाल
वर्ष 2021 में निवेश के लिए आपका सबसे अच्छा विकल्प कौनसा रहा?
वर्ष 2021 में आपका सबसे बड़ा डर?
ऑनलाइन एजुकेशन व लॉकडाउन का आपके बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ा?
बच्चे आत्मनिर्भर हुए, जिम्मेदार बने
घर पर रहने से परंपरा व संस्कार की बेहतर समझ आई
परिवार के साथ समय बिताने से संबंध सुधरे
ऑनलाइन स्ट्डी में सब्जेक्ट समझने में मुश्किल हुई
ऑनलाइन एजुकेशन के बजाय सोशल मीडिया, गेम्स, और वीडियो ज्यादा देखे
फास्ट फूड की आदत से मुक्ति मिली, घर का खाना पसंद किया
उनके स्वभाव में चिड़चिड़ापन आया, सोच में नेगेटिविटी आई
घर पर रहने से स्पोर्ट्स स्पिरिट कम हुई
खेल-कूद न होने से मोटापा और सेहत संबंधी परेशानियां
आपसी मेलजोल न होने से पर्सनालिटी पर नेगेटिव असर
वर्क फ्रॉम होम (WFH) कल्चर का आपके जीवन पर क्या असर हुआ?
परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का मौका मिला
ट्रैवल टाइम बचा, अनावश्यक खर्च से मुक्ति मिली
गार्डनिंग, कुकिंग, रीडिंग सहित अपने कई शौक पूरे करने का समय मिला
ऑनलाइन बिजनेस, ट्रेडिंग से कमाई हुई
खुद के लिए सोचने का समय मिला, लाइफ गोल सेट किए
ऑफिस व घर का काम बढ़ने से परिवार में कलह बढ़ा
वर्क फ्रॉम होम खत्म होने के बाद ऑफिस जाने में डर
नौकरी जाने का डर बना रहा जिससे स्ट्रेस बढ़ा
स्क्रीन टाइम बढ़ने से हेल्थ पर बुरा असर
घर पर बैठे रहने और ज्यादा खानपान से वजन बढ़ा
कोरोना महामारी का आपके जीवन पर क्या असर पड़ा?
फिटनेस के प्रति अलर्ट हुए
धर्म और अध्यात्म की ओर रुझान बढ़ा
सकारात्मक बने रहने के नए तरीके खोजे
रोजगार-व्यवसाय में नुकसान झेलना पड़ा
बच्चों की शिक्षा को लेकर हमेशा चिंता रही
महंगाई से घर का बजट बुरी तरह बिगड़ा
अपनी व अपनों की सेहत को लेकर हमेशा चिंता बनी रही
वर्ष 2021 में आपके लिए सबसे ज्यादा गर्व का क्षण कौनसा रहा?
21 साल बाद भारत की हरनाज बनीं Miss Universe
टोक्यो ओलंपिक में नीरज ने जीता सोना, भारत ने 7 पदक जीते
भारत में सुरक्षा का 'टीका', कोरोना वैक्सीन से 135 करोड़ से ज्यादा लोगों मिली राहत
68 साल बाद फिर Tata का हुआ एयर इंडिया
गलवान के शहीद कर्नल संतोष बाबू को महावीर चक्र, अभिनंदन वर्धमान वीर चक्र से सम्मानित
जय जवान : चीन और पाक सीमा पर भारतीय सेना ने दिखाई ताकत
पराग अग्रवाल ट्विटर के CEO, लीना नायर बनीं फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल की CEO
दुनिया में बजा भारतीय कोरोना वैक्सीन का डंका : कोवैक्सीन को WHO की मंजूरी
भारतीय महिला हॉकी टीम का शानदार प्रदर्शन / पैरा ओलिम्पक में 19 मैडल
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर वायुसेना के युद्धक विमानों ने दिखाया दम
वर्ष 2021 में वह कौन सा अवसर था जब आप अपने आंसू नहीं रोक पाए?
कोरोना काल में श्मशानों में लाशों की कतार
ऑक्सीजन और अस्पतालों में बेड के लिए हाहाकार
दक्षिण भारत में बाढ़ की त्रासदी
लखीमपुर हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत
सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मंच के पास युवक की हत्या, निहंगों पर लगे गंभीर आरोप
हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस रावत समेत 14 लोगों की मौत
उत्तराखंड में पर्यटकों पर गिरा पहाड़
सेना द्वारा त्रिपुरा में आम नागरिकों पर गोलीबारी में कई लोगों की मौत
असम-मिजोरम सीमा पर हिंसक झड़प में असम पुलिस के 6 जवान शहीद
देश की स्वास्थ्य सेवाओं में किस तरह के सुधार की जरूरत महसूस करते हैं?
स्वास्थ्य सेवाएं लोगों की पहुंच में हों
देश में सरकारी अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जाए
स्वास्थ्य सेवाएं व अस्पताल में ईलाज सस्ता हो
गांवों, दूरस्थ क्षेत्रों में मेडिकल सुविधाएं बढ़ाई जाए
पैरामेडिकल-चिकित्साकर्मियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत
सबके लिए हो मेडिकल इंश्योरेंस
प्रत्येक प्रकार के इलाज के लिए केपिंग होना चाहिए
हर अस्पताल में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर जैसी जरूरी सुविधाएं हों
मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ाई जाए
चिकित्साकर्मियों द्वारा की जाने वाली हड़तालों पर रोक
कोरोना काल के बाद भविष्य को लेकर क्या सोचते हैं-
कोरोना काल में निजी रिश्तों पर क्या प्रभाव पड़ा
परिवार के साथ ज्यादा समय बिताने से रिश्ते मजबूत हुए
पति-पत्नी में नजदीकियां बढ़ीं
महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता बढ़ी
कामकाजी महिलाओं पर काम का बोझ बढ़ा
युवाओं में आत्मनिर्भरता बढ़ी
कोरोना काल में इनमें से किसके प्रति बढ़ा सबसे ज्यादा सम्मान
2021 में आप सबसे बड़ा सामाजिक बदलाव किसे मानते हैं?
शादियों में फिजूलखर्च हुआ कम
सेहत के प्रति जागरूक हुए लोग
निस्वार्थ समाजसेवा, अनजानों की मदद के लिए बढ़े हाथ
धार्मिक उत्सवों का स्वरूप बदला
गमी में भी छूटा लोगों का साथ
गम या खुशी में ऑनलाइन भागीदारी
मोबाइल और कंप्यूटर की आम जीवन में स्वीकार्यता
स्वच्छता के प्रति और सजग हुए
मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग