Anamika Sharma hoisted flag in bangkok sky: प्रयागराज की बेटी अनामिका शर्मा ने एक बार फिर देश का नाम रोशन किया है। भारत की सबसे कम उम्र की लाइसेंस 'सी' स्काई डाइवर अनामिका ने 8 जनवरी को बैंकॉक में 13,000 फीट की ऊंचाई से महाकुंभ का आधिकारिक झंडा लहराकर एक नया इतिहास रचा है। वेबदुनिया हिंदी पर आज आपको बताते हैं कौन है अनामिका शर्मा और क्या है उनकी उपलब्धियां।
कौन हैं अनामिका शर्मा?
अनामिका शर्मा प्रयागराज की रहने वाली हैं और उन्होंने मात्र 10 साल की उम्र में स्काई डाइविंग शुरू कर दी थी। आज 24 साल की उम्र में वे अमेरिका के यूनाइटेड स्टेट्स पैराशूट संगठन (USPA) C लाइसेंस प्राप्त भारतीय महिला स्काई डाइविंग प्रशिक्षक हैं।
बैंकॉक के आसमान में महाकुंभ का झंडा
अनामिका ने 8 जनवरी को बैंकॉक के आसमान में 13,000 फीट की ऊंचाई पर 'दिव्य कुंभ-भव्य कुंभ' का आधिकारिक झंडा लेकर छलांग लगाई। इस तरह उन्होंने महाकुंभ को दुनिया भर में प्रचारित किया और भारत का नाम रोशन किया।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल
अनामिका शर्मा महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल हैं। उन्होंने साबित कर दिया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकती हैं। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि से न केवल महिलाओं बल्कि युवाओं को भी प्रेरित किया है।
अनामिका ने बताया कि वह महाकुंभ की समाप्ति के बाद महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में महिला दिवस यानी 8 मार्च 2025 से पहले गंगा-जमुना-सरस्वती के संगम पर लैंडिंग करना चाहती हैं।1
अनामिका के पिता का योगदान
अनामिका के पिता अजय कुमार शर्मा एयरफोर्स में रहे हैं और वो खुद स्काई डाइविंग प्रशिक्षक हैं। पिता के प्रोत्साहन से ही अनामिका ने इस क्षेत्र में कदम रखा।
अनामिका शर्मा ने अपनी इस उपलब्धि से साबित कर दिया है कि भारत की युवा पीढ़ी कितनी प्रतिभाशाली है। उन्होंने देश का नाम दुनिया में रोशन किया है। अनामिका की इस उपलब्धि से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।