300 विशेषज्ञ चिकित्सक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में तैनात : इसमें कहा गया कि महाकुम्भनगर में 300 विशेषज्ञ चिकित्सक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में तैनात किए गए हैं। ये चिकित्सक किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। अब तक 2 लाख से अधिक मरीज यहां के केंद्रीय समेत अन्य अस्पतालों में ओपीडी सेवाओं का लाभ उठा चुके हैं। साथ ही अब तक ढाई लाख से अधिक लोग प्रयोगशाला में जांच करा चुके हैं।
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मौनी अमावस्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार : बयान में कहा गया है कि आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के साथ सरकार ने मेले को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने के लिए हरसंभव कदम उठाए हैं। इस बीच स्वास्थ्य विभाग का प्रभार भी संभाल रहे उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने एक बयान में कहा कि मौनी अमावस्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। मेला क्षेत्र में 1 हजार से अधिक स्वयंसेवक तैनात किए गए हैं। परेड ग्राउंड स्थित केंद्रीय चिकित्सालय में 300 से अधिक विशेषज्ञ चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि महाकुम्भ मेला परिसर में अब तक 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। महाकुम्भ मेला परिसर में देश-विदेश से आने वाले सभी साधु-संतों और श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का ख्याल रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं के लिए 360 ट्रेनें चला रहा रेलवे : रेलवे मौनी अमावस्या पर महाकुंभ मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए 190 विशेष ट्रेनों सहित 360 ट्रेनें संचालित कर रहा है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बुधवार को मौनी अमावस्या पर होने वाले 'अमृत स्नान' के चलते महाकुंभ में लगभग 10 करोड़ तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है।
कुमार ने यहां बातचीत में कहा कि रेलवे ने तीर्थयात्रियों की अभूतपूर्व आमद को देखते हुए व्यापक कदम उठाए हैं और महाकुंभ के सबसे शुभ दिन 'मौनी अमावस्या' के लिए ट्रेन सेवाओं में उल्लेखनीय वृद्धि करने का निर्णय लिया है। कुमार ने कहा कि रेलवे इस अवसर के लिए 360 ट्रेनें चला रहा है जिनमें 190 विशेष ट्रेनें शामिल हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को संभालने के लिए 3 जोन (उत्तर रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे और उत्तर-मध्य रेलवे) में विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक कदम से यह सुनिश्चित होगा कि हर 4 मिनट में एक ट्रेन चले और लाखों तीर्थयात्री सुगमता से और निर्बाध यात्रा कर सकें। कुमार ने बताया कि रेलवे ने महाकुंभ मेले के लिए प्रयागराज और उसके आसपास 5,000 करोड़ रुपए की लागत से बुनियादी ढांचे का विकास किया है जिससे समय पर उन्नयन और क्षमता में वृद्धि सुनिश्चित हुई है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta