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महाकुंभ में आस्था का समंदर जस का तस, योगी ने किया हवाई सर्वेक्षण

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

महाकुंभ नगर , शनिवार, 1 फ़रवरी 2025 (12:30 IST)
Prayagraj Maha Kumbh 2025 : महाकुंभ (Maha Kumbh) में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम (holy confluence) में स्नान करने वालों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है और शनिवार को सुबह 10 बजे तक करीब 90 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में पवित्र डुबकी लगा ली थी जिसमें 10 लाख कल्पवासी भी शामिल हैं। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर होने वाले अमृत स्नान पर्व के मद्देनजर आज शनिवार सुबह महाकुंभ मेला क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया।
 
मेला क्षेत्र में लाखों लोग संगम क्षेत्र की ओर बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। संत-महात्माओं का कहना है कि महाकुंभ के अवसर पर तीर्थराज प्रयागराज के किसी भी घाट पर स्नान का पुण्य फल मिलेगा। उन्होने अपील की कि श्रद्धालु अपने निकट के घाट पर स्नान ध्यान करें और भीड़ से बचें।ALSO READ: महाकुंभ में क्या है संगम नोज जहां हुआ भगदड़ का हादसा, क्यों है इतना महत्व
 
31 करोड़ 46 लाख से अधिक श्रद्धालु संगम स्नान कर चुके : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सुबह हेलीकॉप्टर से मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी दिशा- निर्देश दिए। अधिकृत जानकारी के अनुसार आज सुबह 10 बजे तक 89 लाख 75 हजार श्रद्धालु त्रिवेणी में पवित्र स्नान कर चुके थे जिसे मिलाकर अब तक 31 करोड़ 46 लाख से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ के दौरान संगम स्नान कर चुके हैं।
 
बसंत पंचमी स्नान पर्व पर सुरक्षा के मद्देनजर तमाम इंतजाम : उधर मेला क्षेत्र में बसंत पंचमी स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर तमाम इंतजाम किए गए हैं। स्नान पर्व पर मेला क्षेत्र समेत समूचे प्रयागराज में वाहनों का प्रवेश निषेध रहेगा। सिर्फ पुलिस प्रशासन के वाहन और एम्बुलेंस को मेला क्षेत्र में जाने की इजाजत होगी। स्कूलों में बसंत पंचमी के दिन अवकाश रहेगा।ALSO READ: क्यों नहीं डूबते महाकुंभ में बने पीपे के पुल, जानिए किस तकनीक से बने हैं पांटून के पुल
 
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान तैयार रहेंगे : किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान तैयार रहेंगे। चिकित्सा सुविधाएं भी मेला क्षेत्र में चाक-चौबंद रहेंगी। श्रद्धालुओं को उनके निकटतम घाट पर स्नान के बाद सुरक्षित उनके गंतव्य पर वापस किया जाएगा। पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिए श्रद्धालुओं से घाटों पर भीड़ न लगाने की अपील की जाएगी। साथ ही ड्रोन के जरिए भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा।
 
Edited by: Ravindra Gupta

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