चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राज्य विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री के चेहरे पर फैसला करेंगी और पार्टी में अभी शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू से कोई समझौता नहीं हुआ है।
अमरिंदर ने पटियाला कहा, नवजोत सिद्धू के साथ कोई समझौता नहीं हुआ है और कांग्रेस किसी के साथ कोई समझौता नहीं करती है। उनसे पूछा गया था कि विधानसभा चुनाव जीतने पर पार्टी ने सिद्धू को क्या कोई अहम पद देने की पेशकश की है?
उन्होंने कहा, उन्होंने ऐसा कभी नहीं कहा, (सिद्धू के साथ इस संबंध में कोई बात नहीं हुई है)। जब पूछा गया कि क्या वे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं तो अमरिंदर ने कहा, मैं नहीं जानता हूं। यह कांग्रेस अध्यक्ष का फैसला होगा। अमरिंदर ने यह भी कहा कि पूर्व भाजपा सांसद ने खुद कहा है कि वे पैदायशी कांग्रेसी हैं। उनके पिता का ताल्लुक पार्टी से था।
उन्होंने कहा, मैं परिवार को बहुत लंबे अरसे से जानता हूं। मैं नवजोत सिद्धू को उनकी युवावस्था से देख रहा हूं जब वे पटियाला में क्रिकेट खेला करते थे। उन्होंने खुद कहा है कि कांग्रेस में उनकी घर वापसी हुई है। दो दिन पहले सिद्धू कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इससे पहले उन्होंने दिल्ली में पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। सिद्धू ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था और फिर भाजपा भी छोड़ दी थी, जिसके बाद उनकी पत्नी नवजोत कौर कांग्रेस में शामिल हो गई थीं।
अमरिंदर ने कहा कि वे शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को उनकी गृह सीट लांबी से इस चुनाव में हरा देंगे। उन्होंने लांबी को अपनी कर्मभूमि बताते हुए कहा कि वे बादल परिवार को क्रूरता और उसके उन जुल्मों के लिए सबक सिखाएंगे, जो उन्होंने कथित तौर पर पिछले दस साल में पंजाब के लोगों पर किए थे।
उन्होंने कहा, पटियाला मेरी जन्मभूमि है। मैंने अपना राजनीतिक करियर यहां से शुरू किया था और यहीं से खत्म करूंगा, क्योंकि यह मेरा आखिरी चुनाव है, लेकिन वहां (लांबी में), मैं बादल को एक सबक सिखाना चाहता हूं क्योंकि उन्होंने पंजाब को तबाह कर दिया।
उन्होंने कहा, मैं बादल को हराना चाहता हूं। अमरिंदर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी कि वे लांबी आएं और बादल का मुकाबला करें। उन्होंने कहा, केजरीवाल को अपनी स्थिति का पता चल जाएगा कि वे कहां खड़े हैं। (भाषा)